दिल्ली राज्य हज समिति की अध्यक्ष और भाजपा नेता कौसर जहां ने कांग्रेस पर मुसलमानों के हितों की अनदेखी करने का आरोप लगाया है। कौसर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने मुसलमानों को केवल वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया है। उन्होंने प्रियंका गांधी के महिला सशक्तिकरण पर भी सवाल उठाए।
न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत के दौरान कौसर ने कहा, “कांग्रेस पार्टी केवल मुस्लिम वोट चाहती है। उन्होंने मुसलमानों के हित के लिए कभी कुछ नहीं किया है, उन्होंने मुसलमानों को केवल वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया है।”
बीजेपी नेता ने आगे कहा, “एक महिला आईपीएस अधिकारी इल्मा अफ़रोज़ थीं जिन्हें अपनी मां के साथ घर छोड़ने के लिए मजबूर किया गया। उनकी एकमात्र गलती अवैध ड्रग्स और अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई करना था। वह भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही थीं और कांग्रेस के एक विधायक ने उनका अपमान करना शुरू कर दिया। आईपीएस का इतना अपमान किया गया कि उन्हें अपना घर छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा। क्या यही है ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ का नारा देने वाली प्रियंका गांधी वाड्रा का महिला सशक्तिकरण?”
बाबा सिद्दीकी की हत्या पर क्या बोलीं थीं कौसर जहां
इससे पहले मुंबई के बांद्रा में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की 12 अक्टूबर 2024 को हुई हत्या पर कौसर जहां ने कहा था कि इस मामले की निष्पक्ष और सख्त जांच होनी चाहिए। ऐसी घटनाओं पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। कौसर जहां ने बाबा सिद्दीकी की हत्या पर अफसोस जाहिर करते हुए उन्हें एक अच्छा और जिंदादिल इंसान बताया था। उन्होंने कहा था कि ये अच्छी बात है कि आरोपी पकड़े गए हैं। क्राइम ब्रांच इस मामले की जांच में जुटी है। इस मामले में आरोपी कौन हैं और उन्होंने इस वारदात को अंजाम क्यों दिया? इस बात की जांच होनी चाहिए।
कौन हैं कौसर जहां?
कौसर जहां दिल्ली हज कमेटी की अध्यक्ष पद के लिए चुनी जाने वाली दूसरी महिला हैं। इससे पहले ताजदार बाबर दिल्ली हज कमेटी की चेयरमैन रह चुकी हैं। दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने 6 जनवरी 2023 को तत्काल प्रभाव से तीन साल के लिए राज्य हज कमेटी का गठन किया था। इसके सदस्यों में बीजेपी सांसद गौतम गंभीर, आम आदमी पार्टी के दो विधायक अब्दुल रहमान और हाजी यूनुस, कांग्रेस पार्षद नाजिया दानिश, मुस्लिम धर्मशास्त्र विशेषज्ञ मोहम्मद साद और मुस्लिम स्वयंसेवी संगठनों के सदस्य के रूप में कौसर जहां को शामिल किया गया था।