Delhi Excise Policy Case: दिल्ली शराब नीति मामले में दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने बीआरएस नेता के. कविता की जमानत याचिका को खारिज कर दिया। स्पेशल जज कावेरी बावेजा ने याचिका खारिज करते हुए कहा कि उन्हें अंतरिम जमानत देने का यह सही समय नहीं है।

के. कविता ने अपने 16 साल के बेटे की परीक्षा का हवाला देते हुए अंतरिम जमानत की मांग की थी। बीआरएस नेता ने कोर्ट से कहा था कि उनके बेटे को मां के मॉरल और इमोशनल सपोर्ट की जरूरत है। ईडी ने इस दलील का विरोध किया और कहा कि वो सबूतों के साथ छेड़छाड़ कर सकती हैं। साथ ही गवाहों को भी प्रभावित कर सकती हैं।

ईडी ने दिल्ली शराब नीति केस से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कविता को 15 मार्च को हैदराबाद के उनके आवास बंजारा हिल्स से गिरफ्तार किया था। वह 23 मार्च तक ईडी की हिरासत में थीं। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने 26 मार्च को उन्हें 9 अप्रैल तक ज्यूडिशियल कस्टडी में भेजा था। तब से कविता तिहाड़ जेल में हैं।

ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामलों में नियमों का हवाला देकर उनकी याचिका का विरोध किया था। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने 22 मार्च को कविता को जमानत देने से इनकार कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत के लिए ट्रायल कोर्ट में जाने का निर्देश दिया था।

दिल्ली शराब घोटाले में कब आया के. कविता का नाम?

दिल्ली शराब घोटाले केस में ईडी ने गुरुग्राम से कारोबारी अमित अरोड़ा को 30 नवंबर, 2022 में गिरफ्तार किया था। ईडी के मुताबिक, अमित ने अपने बयान में के. कविता के नाम का लिया था।

ईडी ने दावा किया था कि कविता ‘साउथ ग्रुप’ नाम की एक शराब लॉबी की एक मुख्य लीडर थीं। उन्होंने विजय नायर के माध्यम से दिल्ली सरकार के नेताओं को 100 करोड़ रुपये का भुगतान किया था। आम आदमी पार्टी ने इस पैसे का इस्तेमाल गोवा और पंजाब विधानसभा चुनाव में किया।

फरवरी, 2023 में सीबीआई ने बीआरस नेता के. कविता के अकाउंटेंट बुचीबाबू गोरंतला को गिरफ्तार किया। ईडी ने बुचीबाबू से भी पूछताछ की थी। इसके बाद ईडी ने हैदराबाद के व्यवसायी अरुण रामचंद्रन पिल्लई को 7 मार्च 2023 को गिरफ्तार किया। पिल्लई ने पूछताछ में बताया था कि कविता और आम आदमी पार्टी के बीच एक समझौता हुआ था। इसके तहत 100 करोड़ रुपये का लेन-देन हुआ, जिससे कविता की कंपनी ‘इंडोस्पिरिट्स’ को दिल्ली के शराब कारोबार में एंट्री मिली। पिल्लई ने ये भी बताया कि एक मीटिंग हुई थी, जिसमें वो, कविता, विजय नायर और दिनेश अरोड़ा मौजूद थे। इस मीटिंग में दी गई रिश्वत की वसूली पर चर्चा हुई थी।