चुनावों में राजनीतिक पार्टियों की ओर से पैसे बांटे जाने के तथ्य पर चुटकी लेते हुए आम आदमी पार्टी (आप) के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के मतदाताओं से अपील की है कि वे चाहें तो भाजपा, कांग्रेस दोनों से पैसे ले लें लेकिन वोट आम आदमी पार्टी को ही दें। वे पश्चिम दिल्ली के नवादा इलाके में अपने साथी उम्मीदवार नरेश बालियान के समर्थन में एक रैली को संबोधित कर रहे थे। केजरीवाल के इस बयान पर हालांकि रैली में जम कर तालियां बजीं लेकिन विवाद भी भड़क गया है।

केजरीवाल ने कहा कि यह चुनाव का समय है। भाजपा और कांग्रेस के लोग अगर आप लोगों को पैसों की पेशकश करें तो उन्हें मना न करें, ले लें ,लेकिन विधानसभा चुनाव में वोट आप को ही दें। उन्होंने मतदाताओं से यह भी कहा कि वे भाजपा और कांग्रेस से पैसे लेने के बाद भी आप को वोट देकर दोनों पार्टियों को बेवकूफ बनाएं क्योंकि वे वर्षों से जनता को ठगती रही हैं। केजरीवाल ने पिछले चुनाव में जनता से भी इस तरह की अपील की थी।

केजरीवाल ने कहा कि जब भाजपा और कांग्रेस दोनों के लोग आकर उन्हें पैसे दें तो वे पैसे ले लें क्योंकि किसी ने टू जी घोटाले से जनता के पैसे लूटे हैं तो किसी ने कोयला घोटाले से और यही नहीं, अगर किसी पार्टी के लोग न आएं तो उनके दफ्तर पहुंच जाओ और यह कहते हुए पैसे ले लो कि हम तो आपका इंतजार कर रहे थे, पर आप आए ही नहीं।


केजरीवाल ने कहा कि इस बार हम उन्हें बेवकूफ बनाएंगे। वे पिछले 65 साल से हमें ठगते रहे हैं। अब हमारी बारी है। केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा। कहा कि रामलीला मैदान में उनके भाषण को ज्यादा तवज्जो नहीं मिली जबकि उन्हें इससे काफी उम्मीदें थीं। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री के रामलीला मैदान वाले भाषण से मुझे काफी अपेक्षाएं थीं। पर उसने मुझे निराश किया। उन्होंने आधा वक्त तो मुझे नक्सली करार देने में ही गंवा दिया और धरना देने पर मेरी आलोचना की। आप नेता ने कहा कि इस तरह की राजनीति अच्छी नहीं है। उन्होंने मुद्दों पर आधारित राजनीति की वकालत की।

धर्मांतरण व भगवा संगठनों की तमाम विवादित टिप्पणियों पर आप नेता ने कहा कि भाजपा विकास के अपने चुनावी वादों से भाग रही है। केजरीवाल ने कहा कि वे विकास की बातें करते थे। पर उन्होंने धर्म-परिवर्तन के लिए विकास से मुंह मोड़ लिया है। केजरीवाल ने नाथूराम गोडसे के मंदिरों और लड़कियों के जींस पहनने की टिप्पणियों पर भी तंज किया। केजरीवाल ने एक बार फिर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश उपाध्याय पर निशाना साधा। उन्होंने अपने आरोप को दोहराया। कहा कि उनके और बिजली कंपनियों के बीच साठगांठ है।

इसके समर्थन में उन्होंने हवा में कुछ दस्तावेज लहराते हुए उन्हें इसका सबूत बताया। केजरीवाल ने कहा कि भाजपा से पूछिए कि तेज चलने वाले मीटर किसने लगाए? मैं उनका नाम नहीं लूंगा क्योंकि उन्होंने पहले ही मेरे खिलाफ बहुत सारे मुकदमे दायर कर रखे हैं। इसमें कांग्रेस की संलिप्तता की बात भी उन्होंने कही।

बिजली की बढ़ी दरों पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा कई बड़े उद्योगपतियों की दोस्त है और इसी वजह से वह राजधानी में बिजली की कीमतें कम नहीं कर पा रही है। उन्होंने भाजपा पर बार-बार गलत मंशा वाली पार्टी होने का आरोप लगाया। केजरीवाल ने कहा, वे जानते हैं कि बिजली की दरें कैसे कम की जाएंगी, लेकिन वे करेंगे नहीं। केजरीवाल ने वादा किया कि अगर दिल्ली में उनकी पार्टी सत्ता में आई तो बिजली की दरें कम की जाएंगी।

केंद्र की सत्ता में आने के बाद भाजपा पर झुग्गी-बस्तियां गिराने का आरोप लगाते हुए केजरीवाल ने आरोप लगाया कि गरीबों की जमीन बड़े कारोबारी घरानों को दी जा रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने रंगपुरी, वजीरपुर, वसंत कुंज और ओखला में झुग्गी-बस्तियां गिराकर पक्के मकान बनाने का वादा किया है। इस सर्द मौसम में लोग खुले में सोने को मजबूर हैं। क्या उन्हें पक्का मकान पाने के लिए सात साल और इंतजार करना पड़ेगा और सड़कों पर सोना पड़ेगा।