दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव प्रचार थम गया है। 5 फरवरी को दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होने वाली है। इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन ने बड़ा बयान दिया है। अजय माकन ने बताया कि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच दिल्ली चुनाव में क्यों नहीं गठबंधन हो पाया? उन्होंने कहा कि हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी से सीट शेयरिंग के मुद्दे पर बातचीत हो रही थी।
अरविंद केजरीवाल ने खुद तोड़ा गठबंधन- अजय माकन
अजय माकन ने कहा, “हमने आम आदमी पार्टी को चार सीटें ऑफर की थी और उनकी 6 सीटों की मांग थी। हालांकि हमने कहा कि पहले हम अपने स्थानीय नेताओं से बात करेंगे और तब आपको सूचित करेंगे। इसी बीच अरविंद केजरीवाल को बेल मिलती है और वह बाहर आते हैं और कह देते हैं कि हम सभी 90 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेंगे। राहुल गांधी ने नहीं बल्कि अरविंद केजरीवाल ने ही गठबंधन तोड़ने की घोषणा की।”
अजय माकन ने आगे बताया, “जब लोकसभा के चुनाव खत्म हो गए तो गोपाल राय ने ही आकर बोला कि अब हम दिल्ली में सभी 70 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेंगे। जब आप 70 सीटों पर लड़ोगे तो हम क्या करेंगे? हम भी 70 सीटों पर लड़ेंगे। गठबंधन टूटने का बड़ा कारण CAG की रिपोर्ट और आम आदमी पार्टी के नेताओं की अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा थी। सीलमपुर में जब राहुल गांधी की पहली रैली हुई तब भी उन्होंने अरविंद केजरीवाल पर पर्सनल अटैक नहीं किया।”
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अजय माकन ने कहा कि राहुल गांधी की सीलमपुर में रैली के बाद ही अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करके कहा था कि राहुल गांधी पार्टी बचाने निकले जबकि हम देश बचा रहे हैं। जबकि सच्चाई यह है कि केजरीवाल खुद दिल्ली में अपनी पार्टी बचा रहे हैं। अजय माकन ने कहा, “दिल्ली में चुनाव हारते ही अरविंद केजरीवाल की पार्टी टूट जाएगी। 2 दिन के अंदर ही पार्टी बिखर जाएगी। भ्रष्टाचार के मामले में यह खुद जेल से बाहर आए हैं। पंजाब में दो दिन के अंदर सब इनके लोग छोड़कर भाग जाएंगे। पंजाब में इतनी बुरी हालत है कि पिछले दो महीने में 11 पुलिस स्टेशन पर ग्रेनेड अटैक हुए हैं।”
अजय माकन ने इंडिया गठबंधन पर कही बड़ी बात
अजय माकन ने बड़ा बयान देते हुए कहा, “हमने इंडिया गठबंधन के सभी साथियों को कहा कि आप हमारे साथ रहिए या फिर न्यूट्रल हो कर रहे। लेकिन सब ने हमारी बात को नकार दिया और आज केजरीवाल के साथ प्रचार कर रहे हैं। हम सबके पास गए थे और हमने केजरीवाल से भी कहा था। हमारी पार्टी के नेताओं ने अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की थी और कहा था कि हम आप हमारे साथ दिल्ली में चुनाव गठबंधन में लड़िए लेकिन उन्होंने मना कर दिया।”