Delhi Election Results 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों में आम आदमी पार्टी को करारी हार मिली है। वहीं अरविंद केजरीवाल भी अपनी सीट हार गए हैं। दिल्ली में 27 साल बाद बीजेपी को पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने का मौका मिला है। वहीं इस चुनाव नतीजे पर आए समाजसेवी अन्ना हजारे के रिएक्शन पर संजय राउत का बयान आया है। संजय राउत ने अन्ना हजारे से पूछा है कि वे केजरीवाल की हार पर तो खुश हैं लेकिन मोदी सरकार पर लगे आरोपों पर कुछ क्यों नहीं बोलते है।
दरअसल, शिवसेना यूबीटी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने सवाल उठाया कि अन्ना हजारे दिल्ली विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल की हार से खुश हैं लेकिन मोदी सरकार पर पूरी तरह चुप हैं, जबकि नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ पिछले कुछ वर्षों में भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं।
संजय राउत ने अन्ना हजारे को क्यों घेरा?
संजय राउत ने पत्रकारों से बातचीत में कहा है कि जब मोदी के शासन में भ्रष्टाचार हुआ, तब अन्ना हजारे कहां थे? केजरीवाल की हार पर अन्ना हजारे खुश हैं, लेकिन जब देश के खजाने को लूटा जा रहा है और एक ही उद्योगपति के हाथों में सारा धन जा रहा है, तो हजारे की चुप्पी के पीछे क्या रहस्य हो सकता है?
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संजय राउत ने वोटिंग लिस्ट को लेकर फिर लगाए आरोप
इतना ही नहीं, संजय राउत ने चुनावी धांधली और गड़बड़ियों के आरो लगाए हैं। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और दिल्ली के मतदाता सूची में गड़बड़ी को लेकर समान पैटर्न देखा गया। उन्होंने कहा कि हजारे ने इस मामले पर भी चुप्पी साधे रखी है, जबकि हरियाणा में भी ऐसी ही शिकायतें आईं। संजय राउत ने भविष्य में बिहार चुनावों में भी ऐसी समस्याएं सामने आने का अंदेशा जताया।
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पार्टी तोड़ने के भी लगाए आरोप
शिवसेना यूबीटी के नेता और उद्धव ठाकरे संजय राउत ने 2014 में बीजेपी के सत्ता में आने के बाद से चुनावी प्रक्रियाओं में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए कहा कि चुनावों में संवैधानिक प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया जा रहा है। जीती हुई सीटें जोड़-तोड़ और धनबल के माध्यम से हासिल की जा रही हैं।
राउत ने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की हार का मुख्य कारण जोड़-तोड़ और धनबल का इस्तेमाल था। बता दें कि अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को दिल्ली चुनाव में महज 22 सीटें मिली हैं, जबकि उसे सीधे तौर पर 40 सीटों का नुकसान हुआ था। दिल्ली विधानसभा चुनाव से जुड़ी अन्य खबरें पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें।