निर्भय कुमार पांडेय
दिल्ली में सीटों के लिए बनी सहमति के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने दावा किया है कि इस बार दिल्ली की सभी सातों सीट पर इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार जीत दर्ज करेंगे। लवली ने कहा कि कांग्रेस उत्तर पूर्वी दिल्ली, चांदनी चैक और उत्तर पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
आंकड़ों पर नजर डालें तो पिछली बार साल 2019 में लोकसभा चुनाव में दो सीट चांदनी चौक और उत्तरी पूर्वी लोकसभा पर कांग्रेस दूसरे स्थान पर रही थी, जबकि उत्तर पश्चिमी दिल्ली लोक सभा सीट पर कांग्रेस तीसरे स्थान पर रही थी। वहीं, इन तीनों ही सीट पर भाजपा 52 फीसद से अधिक मत के साथ जीत दर्ज की थी। दरअसल, इस वक्त दिल्ली की सातों सांसद भाजपा के हैं। इस बार लोकसभा चुनावों में कांग्रेस दलित और मुसलिमों के बीच खोए जनाधार को वापस पाने की उम्मीद में तीनों सीटों पर दावा पेश किया है।
चांदनी चौक लोक सभा सीट पर समीकरण
आंकड़ों बताते हैं कि साल 2019 में चांदनी चौक लोकसभा में दलित 16.83 फीसद हैं। वहीं, मुसलिम मतदाता 14 फीसद हैं। हालांकि, सबसे अधिक ओबीसी वर्ग के मतदाता 19 फीसद हैं। वहीं, वैश्य मतदाता 17 और पंजाबी मतदाता 14 फीसद हैं, जबकि करीब सात फीसद पंडित हैं।
भाजपा को पिछले चुनाव में 52.92 फीसद मत मिले था, जबकि कांग्रेस को 29.66 और आम आदमी पार्टी तीसरे स्थान पर रही थी। आप को 14.74 फीसद मत मिला था। वहीं, उत्तरी पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट पर दलित 16. 30, मुसलिम 20.74 और ओबीसी 21.75 फीसद हैं। इसके बाद पंडित 11. 61 फीसद और गुर्जर मतदाता 7.75 फीसद हैं। पिछले चुनाव में भाजपा को 53.86 फीसद वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस को इस सीट पर दूसरे स्थान पर रहकर 28.83 फीसद वोट पाने में कामयाब रही थी।
उत्तर पश्चिमी दिल्ली में तीसरे स्थान पर थी कांग्रेस
उत्तर पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट पर नजर डालें तो दूसरे स्थान पर आम आदमी पार्टी रही थी, जबकि भाजपा 54.77 फीसद वोट के साथ पहले स्थान पर रही थी। यहां कांग्रेस 16.88 फीसद वोट के साथ तीसरे स्थान पर रही थी। चुनावी समीकरण की बात करें तो इस सीट पर दलित समाज के 20.94, जबकि मुसलिम मतदाता 10.98 फीसद हैं। इस सीट पर ओबीसी समाज के 19.98, जाट 12.09, पंडित 12.58 और वैश्य समाज से 10.01 फीसद मतदाता हैं।