केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफों के पुल बांधे हैं। उन्होंने मंगलवार (15 फरवरी, 2022) को पीएम को मैनेजमैंट गुरु बताया। इंडस्ट्री चैंबर की महिला विंग फिक्की लेडीज ऑर्गनाइजेशन (FICCI Ladies Organization) की ओर से आयोजित एक बातचीत आधारित सेशन के दौरान उन्होंने कोरोना वायरस (Covid-19) महामारी के दौरान केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए कई कदमों को गिनाया।

उन्होंने कहा, कोरोना की वजह से जब समूचे देश की अर्थव्यवस्था हिल कर रह गई थी, तब दुनिया ने महामारी प्रबंधन में पीएम नरेंद्र मोदी को एक “मैनेजमेंट गुरु” के तौर पर देखा था।

दरअसल, वैश्विक महामारी कोरोना ने जब दस्तक दी थी और अपना विकराल रूप धारण किया था, तब बड़े अच्छे और सुविधा-संसाधनों से लैस देशों का तंत्र/व्यवस्था चरमरा गए थे। भारत में भी स्थितियां विकट हो गई थीं, मगर पीएम मोदी ने उस संकट काल में अपनी निजी छवि का इस्तेमाल करते हुए लोगों को बीच-बीच में खूब प्रेरित करने का काम किया।

पीएम न केवल समय समय पर लोगों का हौसला बढ़ाया बल्कि टीका को लेकर तमाम किस्म की अटकल के दौर के बीच खुद वैक्सीन लगवाकर मिसाल पेश की। यही नहीं, उनकी सरकार ने इस दौरान लगभग 80 करोड़ लोगों खाद्यान्न पहुंचवाया।

वैसे, इससे पहले मोदी को मैनेजमेंट गुरु बताने वाली एक किताब भी आ चुकी है। हिमांशु शेखर की इस पुस्तक (मैनेजमेंट गुरु नरेंद्र मोदी : Management Guru Narendra Modi) में सरल और स्पष्ट अंदाज में उनकी प्रबंधन कौशल का बखान किया गया है। मोदी के जीवन को चलाते हैं ये तीन सिद्धांतः

  • “जो कहा है, वह चीज लोगों के साथ मैं भी याद रखूं”
  • “मेहनत करने में कमी नहीं रखूंगा”
  • “निजी लाभ के लिए काम नहीं करूंगा”

हालांकि, विपक्ष लंबे समय से पीएम और उनके नेतृत्व वाली सरकार को संस्थाओं से लेकर कई चीजों को अपने हिसाब से मैनेज करने (तोड़ने-मरोड़ने और फेरबदल करने) का आरोप लगाता रहा है।