Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं। राज्य में भाजपा और कांग्रेस में सीधी लड़ाई देखने को मिलेगी, लेकिन कांग्रेस में गहलोत और पायलट के बीच जहां सत्ता की लड़ाई है तो वहीं बीजेपी भी अंदरूनी लड़ाई से जूझ रही है। दोनों पार्टियों में खेमेबंदी के बीच आम आदमी पार्टी भी राजस्थान में अपनी जमीन तलाश रही है। दोनों पार्टियों के इस संघर्ष को आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल एक सुनहरे मौके के रूप में देख रहे हैं। क्योंकि राजस्थान में गहलोत और पायलट के बीच की गुटबाजी किसी से छिपी नहीं है। यही वजह है कि आम आदमी पार्टी खुद को राजस्थान में मजबूत करने के लिए एक्टिव मूड में आ चुकी है।
बीजेपी-कांग्रेस ने 75 साल शासन किया: अरविंद केजरीवाल
इसी बीच रविवार को आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजस्थान के श्रीगंगानगर में एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान केजरीवाल ने बीजेपी-कांग्रेस दोनों पर ही जमकर निशाना साधा। दिल्ली सीएम मे कहा कि देश में सिर्फ दो पार्टियां बीजेपी और कांग्रेस ही हैं, जिन्होंने 75 साल तक शासन किया है। आज हमारा देश अगर गरीब है, पिछड़ा है और हमारे देश के लोग अशिक्षित हैं तो इसकी जिम्मेदार यही दो पार्टियां हैं।
कांग्रेस में अंदरूनी कलह पर केजरीवाल ने साधा निशाना
जनसभा को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने राजस्थान में कांग्रेस पार्टी के भीतर जारी अंदरूनी कलह पर निशाना साधा। बीते कुछ सालों में राजस्थान कांग्रेस में सीएम गहलोत और सचिनल पायलट के बीच राजनीतिक प्रतिरोध खुल कर सामने आया है। दोनों नेता अपने-अपने खेमे के साथ अक्सर आमने-सामने होते रहते हैं। इस पर सीएम केजरीवाल ने पहले पेपर लीक का मुद्दा उठाया और फिर इशारे-इशारे में वसुंधरा के बहाने बीजेपी-कांग्रेस के बीच मिलीभगत के आरोप भी लगाए।
केजरीवाल ने पूछा- राजस्थान में क्यों होते हैं पेपर लीक
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ‘राजस्थान में पेपर लीक क्यों होते हैं? दिल्ली में पिछले आठ सालों में एक भी पेपर लीक नहीं हुआ है। पंजाब में पिछले डेढ़ साल में कोई पेपर लीक नहीं हुआ है। राजस्थान में 14 पेपर लीक हो चुके हैं, क्यों? क्योंकि मिलीभगत है।’
सचिन पायलट फूट-फूटकर रो रहे: केजरीवाल
आप के राष्ट्रीय संयोजक ने कहा, ‘गहलोत जब विपक्ष में थे तो वसुंधरा पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते थे, लेकिन जब वह सत्ता में आए तो दोनों भाई-बहन बन गए। बेचारे सचिन पायलट ‘अरेस्ट वसुंधरा’ कहकर फूट-फूट कर रो रहे हैं, लेकिन गहलोत का कहना है कि वह उन्हें गिरफ्तार नहीं करेंगे। गहलोत कहते हैं कि वह उनकी बहन हैं। केजरीवाल ने जोर देते हुए सचिन पायलट को बेचारा कहा और बोले कि ‘सचिन पायलट रोते रह गए कि वसुंधरा को भ्रष्टाचार को लेकर गिरफ्तार करो, लेकिन गहलोत कहते हैं कि मैं गिरफ्तार नहीं करूंगा। यह मेरी बहन हैं। अब यह दोनों भाई-बहन बन गए हैं।
केजरीवाल ने अशोक गहलोत पर लगाया आरोप
केजरीवाल ने मुख्यमंत्री गहलोत पर रैली में व्यवधान पैदा करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा ‘जब हम यहां आ रहे थे तो हमने देखा कि गहलोत साहब ने पूरे गंगानगर और स्टेडियम के आसपास अपने पोस्टर लगा रखे हैं। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि अगर उन्होंने पिछले पांच साल काम किया होता तो उन्हें ऐसा नहीं करना पड़ता। यहां 15-20 लोग आए और वे कुर्सियां फेंक रहे थे, यह सब कायरों की हरकत है। आप (गहलोत) ने पांच साल काम नहीं किया और यही कारण है कि आप आम आदमी पार्टी की रैलियों में बाधा डालने की कोशिश कर रहे हैं।’
गुजरात के बाद राजस्थान पर AAP का फोकस
गुजरात चुनाव के बाद आम आदमी पार्टी का पूरा फोकस राजस्थान चुनाव पर है। अप्रैल, 2023 में आप के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री संदीप पाठक ने कहा था कि आप प्रदेश के मुद्दों को लेकर हर गांव और घर घर तक जाएगी। संदीप पाठक ने कहा था कि पंजाब में आम आदमी पार्टी ने चुनाव के दौरान वादे किए गए उनको सरकार बनने के बाद एक-एक करके पूरा कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हमने पंजाब में सरकार बनने के कुछ दिन बाद ही बिजली माफी का वादा पूरा कर दिया था और स्कूल, अस्पताल में काफी बदलवा ला रहे हैं। हमारा फोकस गुड गवर्नेंस पर है, लेकिन एक दिन में गुड गर्वनेंस नहीं ला सकते। इसमें समय लगता है। संदीप पाठक ने कहा कि आप जनता की सेवा करने के लिए राजनीति करती है और इसके लिए पहले दिन से ही मुद्दों पर काम करने लग जाती है।
संदीप पाठक ने कहा कि मैं सकारात्मक राजनीति करता हूं, लेकिन जब मैं ये देखता हूं तो कहना पड़ता है कि सरकारें पहले चार साल तक सोती रहती हैं। चुनाव नजदीक आने पर इनकी निद्रा टूटती है और ऐसे-ऐसे लोकलुभावने वादे और घोषणाएं करते हैं, इनको लगता है जनता झांसे में आ जाएगी और चुनाव जीत जाएंगे। अब वो समय गया जब सभी पार्टियों का मकसद सिर्फ सत्ता पर काबिज होना होता था, लेकिन हमारा मकसद जनता के मुद्दों को उठाना और उसका समाधान करना है। पाठक ने कहा कि हम राजस्थान में पूरी ताकत से चुनाव लड़ेंगे, और जनता के सहयोग से सरकार भी बनाएंगे, क्योंकि कांग्रेस -बीजेपी गठबंधन को आम आदमी पार्टी ही तोड़ सकती है और तीसरा विकल्प बनकर उभरेगी।