Delhi Election 2025: साल 2014 से चुनावी जमीन पर सिमटती जा रही BSP दिल्ली चुनाव से अपने उदय की उम्मीद रखे हुए हैं, क्योंकि पार्टी की मुखिया मायावती ने राष्ट्रीय समन्वयक आकाश आनंद को दिल्ली का चुनावी इनचार्ज बनाया है। आकाश आनंद को टारगेट दिया गया है कि वे दिल्ली में खिसके BSP के जनाधार को हासिल करने के लिए काम करें।
आकाश आनंद मायावती के नामित उत्तराधिकारी हैं। उन्होंने रविवार को पूर्वी दिल्ली के कोंडली (एससी-आरक्षित) विधानसभा क्षेत्र में एक रैली के साथ दिल्ली विधानसभा चुनाव अभियान की शुरुआत कर दी है। सूत्रों ने बताया कि आकाश आने वाले हफ्तों में मतदाताओं तक पहुंचने के लिए नुक्कड़ सभाओं के साथ-साथ ऐसी और भी जनसभाओं को संबोधित करेंगे।
दिल्ली चुनाव आकाश और BSP के लिए अहम
आकाश के लिए हरियाणा में पार्टी की हार के बाद दिल्ली चुनाव काफी अहम होने वाला है। वे हरियाणा में भी पार्टी का चुनाव प्रभार संभाल रहे थे। हालांकि, उस समय पार्टी के नेताओं ने बताया कि वे हरियाणा में अपना वोट शेयर बढ़ाने में कामयाब रहे। पिछले महीने, आनंद ने दिल्ली में एक विरोध मार्च का नेतृत्व किया था, जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा डॉ. बीआर अंबेडकर पर की गई टिप्पणी ने बड़े पैमाने पर राजनीतिक विवाद को जन्म दिया था।
मायावती ने 10 जोन में किया बंटवारा
BSP के सूत्र बताते हैं कि मायावती ने दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों को पांच जोन में बांटा है और 10 वरिष्ठ नेताओं को जोनल कोऑर्डिनेटर के तौर पर तैनात किया है, हर जोन में दो-दो नेता शामिल है। जोनल कोऑर्डिनेटर में सहारनपुर के रणधीर बेनीवाल जैसे नेता शामिल हैं, जो पिछले साल हरियाणा विधानसभा चुनाव अभियान का अहम हिस्सा थे।
केजरीवाल ने मोदी सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
अहम नेताओं को दी जिम्मेदारी
इसके अलावा, राजेश तंवर, सुदेश आर्य, ललित कुमार, सुजीत सम्राट, रजनी, राजाराम, एसपी सिंह, धर्मवीर सिंह अशोक और सतीश चौधरी जैसे नेताओं को अहम जिम्मेदारियां दी गई हैं। इन नेताओं को उम्मीदवारों के चयन के लिए नामों को शॉर्टलिस्ट करने, संगठनात्मक बैठकें आयोजित करने और पार्टी के अभियान का निर्देशन करने का काम सौंपा गया है। बीएसपी नेताओं ने कहा कि इन नेताओं को यूपी, महाराष्ट्र , राजस्थान , पंजाब, जम्मू -कश्मीर और उत्तराखंड में चुनाव और अभियान प्रबंधन का अनुभव है।
टिकट बंटवारे में आकाश आनंद की अहम भूमिका
प्रत्येक जोन में तीन से चार नेताओं का एक पैनल इन जोनल कोऑर्डिनेटरों की मदद करेगा, वरिष्ठ नेता नितिन सिंह चुनाव तैयारियों की निगरानी के लिए केंद्रीय समन्वयक के रूप में काम करेंगे और आकाश राज्य इकाई और मायावती के बीच कड़ी का काम करेंगे। बीएसपी सूत्रों ने बताया कि आकाश उम्मीदवारों के चयन में भी शामिल थे और पार्टी की दिल्ली इकाई और इन जोनल कोऑर्डिनेटरों की बैठकों की अध्यक्षता कर रहे थे।
सभी 70 सीटों पर चुनाव लड़ेगी BJP
BSP ने सभी 70 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है और उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। BSP के एक नेता ने बताया कि कई सीटों के लिए नामों का पैनल पहले ही पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को भेजा जा चुका है, जो आकाश से सलाह-मशविरा करने के बाद उम्मीदवारों की घोषणा करेंगे। ज़्यादा जीतने लायक और बेहतर उम्मीदवार मिलने के बाद कुछ सीटों पर नामों के पैनल में संशोधन किया जा रहा है।
राष्ट्रीय राजधानी में पिछले चुनावों में पार्टी ने कई महीने पहले ही उम्मीदवारों की घोषणा कर दी थी, लेकिन इस बार देरी हुई। नितिन सिंह ने कहा कि ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि पार्टी ने कैडर से उम्मीदवारों को प्राथमिकता देने का फैसला किया है। स्क्रीनिंग प्रक्रिया चल रही है। राष्ट्रीय राजधानी में पिछले चुनावों में पार्टी ने कई महीने पहले ही उम्मीदवारों की घोषणा कर दी थी लेकिन इस बार देरी हुई।
कौन हैं अलका लांबा? दिल्ली चुनाव में आतिशी के खिलाफ कांग्रेस की पसंद
नितिन सिंह ने कहा कि ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि पार्टी ने कैडर से उम्मीदवारों को प्राथमिकता देने का फैसला किया है। स्क्रीनिंग प्रक्रिया चल रही है। बसपा का प्राथमिक लक्ष्य उस वोट आधार को पुनः प्राप्त करना है, जो पार्टी ने दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) के उदय के बाद खो दिया था।
2008 में मिली थी आखिरी जीत
दिल्ली में बीएसपी की आखिरी जीत 2008 में हुई थी, जब उसके दो विधायक थे कि बदरपुर और गोकलपुर (SC-आरक्षित सीट) – और उसका वोट शेयर 14% था। पार्टी के एक नेता ने कहा कि हमें उस वोट शेयर को वापस पाना है और दिल्ली के नतीजों में निर्णायक भूमिका निभानी है। 2013 में BSP का वोट शेयर घटकर 5.35% रह गया और दो साल बाद यह और गिरकर 1.3% रह गया, जबकि इसके 69 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई।
2020 में BSP ने 68 सीटों पर चुनाव लड़ा और सभी उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई, क्योंकि वोट शेयर घटकर 0.71% रह गया। पिछले साल लोकसभा चुनाव में दिल्ली में BSP का वोट शेयर महज 0.7% था। चुनावी मैदान में अपनी जगह कम होने के बावजूद BSP दिल्ली अध्यक्ष लक्ष्मण सिंह ने कहा कि उन्हें इस बार बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि इस बार हम चार-कोणीय मुकाबला देख रहे हैं और BSP अच्छी स्थिति में है। हमें उम्मीद है कि हम सीटें जीतेंगे क्योंकि जनता आप के झूठे वादों और BJP की विभाजनकारी राजनीति से तंग आ चुकी है। आप और अरविंद केजरीवाल की पोल खुल चुकी है। पार्टी के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर है। दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 से जुड़ी अन्य खबरें पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें।