दिल्ली के मुख्यमंत्री इस समय कई मोर्चों पर टकराव का सामना कर रहे हैं। एक तरफ शराब घोटाले से जुड़े मामले में वे लगातार प्रवर्तन निदेशालय के बुलावे को इग्नोर कर रहे हैं, तो दूसरी ओर बीजेपी पर हाल ही में उन्होंने पर आरोप लगाए हैं कि वह उनकी सरकार गिराने के लिए विधायकों की खरीद-फरोख्त की कोशिश कर रही है। इस बीच अब उन्होंने उपराज्यपाल वीके सक्सेना को लेटर लिखा है। केजरीवाल ने अपने इस लेटर में दिल्ली में प्रशासनिक बदलाव करने की मांग की है।
दरअसल, दिल्ली की खराब स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को उपराज्यपाल ने पत्र लिखा था। अब उपराज्यपाल की इस चिट्ठी के जवाब में अरविंद केजरीवाल ने मांग की है कि दिल्ली के स्वास्थ्य और वित्त सचिव बदले जाएं। अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि ये अधिकारी मंत्री के लिखित और मौखिक आदेशों तक को मानने से इनकार कर देते हैं, इसलिए सचिवों को बदला जाना चाहिए। बता दें कि उपराज्यपाल ने अस्पतालों की खराब स्थिति को लेकर चिंता जाहिर की थी।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने पत्र के जवाब में लिखा है कि उन्हें 3 फरवरी को उपराज्यपाल का पत्र प्राप्त हुआ। उन्होंने पत्र में लिखा है कि स्वास्थ्य मंत्री से इस बारे में जवाब मांगा गया है। केजरीवाल ने लिखा कि मैंने इस संबंध में आपसे निजी तौर पर मीटिंग में और लिखित में कई बार बताया कि अधिकारी वित्त मंत्री के आदेश को मानने से मना कर रहे हैं, इसलिए अब प्रशासनिक बदलाव किए जाने चाहिए।
चुनी हुई सरकार के आदेश नहीं मान रहे अधिकारी
अरविंद केजरीवाल ने लिखा कि अगर वरिष्ठ अधिकारी चुनी हुई सरकार के मंत्री का आदेश नहीं मानेंगे तो सरकार कैसे काम करेगी। पूर्व में वित्त सचिव आशीष वर्मा ने डॉक्टरों का वेतन, फरिश्ते योजना, दवाइयों का बिल, दिल्ली आरोग्य कोर्स स्कीम समेत अन्य योजनाओं का पैसा रोक दिया था जिससे पूरा स्वास्थ्य व्यवस्था पैरालाइज हो गई है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि वित्त सचिव और स्वास्थ्य सचिव उनके मंत्रियों के आदेशों का पालन नहीं करते हैं। इसके चलते दिल्ली की स्वास्थ्य व्यवस्था बिगड़ रही है। दिल्ली की जनता की भलाई के लिए इन दोनों अधिकारियों को जल्द से जल्द हटाना चाहिए, और किसी अन्य अधिकारी की तैनाती की जाए।