कोरोना की सबसे खतरनाक लहर के बाद पांच दिन से दिल्ली ने राहत की सांस ली है। मई माह के आखिरी सप्ताह में पहली बार यह देखने का मिला है कि अस्पतालों में बीते माह की तुलना में कम मरीज पहुंचे हैं। दिल्ली सरकार के नए मरीजों के भर्ती होने के रिकार्ड से यह राहत सामने आई है। यह लहर लगातार हो रही मौत के मामलों की वजह से अधिक खतरनाक थी और इस दौरान मरने वालों की संख्या कम नहीं हो पा रही थी।

दिल्ली सरकार के आंकड़े बताते हैं कि सबसे अधिक मरीज दिल्ली में 29 अप्रैल को आए थे। इस दिन दिल्ली में 24 घंटे में सर्वाधिक 1993 मरीजों को अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता पड़ी थी। इसके बाद करीब चार से पांच दिन यह आंकड़ा 1800 मरीज प्रतिदिन के आसपास रहा। इसी प्रकार मई के पहले ही दिन सर्वाधिक मरीज 1785 भर्ती किए गए थे। इसके बाद से ही यह आंकड़ा लगातार गिर रहा है और माह के आखिरी दिन 182 मरीजों के साथ सबसे कम मरीज भर्ती होने वाला दिन बना है। अप्रैल से लेकर मई तक दिल्ली के बीते 61 दिन आंकड़ा बताता है है कि इस दौरान विभिन्न अस्पतालों में 65762 मरीजों को अस्पतालों में भर्ती करने की जरूरत पड़ी थी।

अगर इसे प्रतिदिन के हिसाब से आकलन किया जाए तो यह प्रतिदिन औसतन 1078 मरीज के आसपास होता है। जबकि इसी दौरान में 51004 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दी गई। इस प्रकार प्रतिदिन औसतन 836 मरीजों को भर्ती करने की जरूरत पड़ रही है। इन 61 दिन में कोरोना की लहर इतनी व्यापक थी कि हर दिन 34 मरीज अस्पताल में दाखिले के लिए पहुंच रहे थे। इसी प्रकार अस्पताल से घर जाने वालों की संख्या में भी अप्रैल की तुलना में मई में बढ़ी है। मई में सर्वाधिक 1379 मरीज एक ही दिन में घर गए थे, जबकि अप्रैल में सर्वाधिक 29 अप्रैल को 1268 तक ही पहुंचा था।

दिल्ली में कोरोना संक्रमण की दर 24 घंटे में एक फीसद से नीचे दर्ज की गई है। मंगलवार को संक्रमण के 623 मरीज सामने आए हैं और इस बीमारी ने 62 लोगों की जान ली है। दिल्ली सरकार ने की रिपोर्ट के मुतबिक इस दौरान 70813 कोरोना जांच की गई थी। इस समय दिल्ली में कुल सक्रिय मरीजों की संख्या 10178 है और 4888 मरीज ऐसे भी हैं जिनका इलाज घर में एकांतवास में किया जा रहा है।

मंगलवार को संक्रमण की दर 0.88 फीसद दर्ज की गई। इस दौरान 1423 मरीज ठीक होकर वापस अपने घर गए हैं। इस समय अस्पताल में 4405, कोविड केयर सेंटर में 176 और कोविड हेल्थ सेंटर में 86 मरीज भर्ती है। दिल्ली के सभी अस्पतालों में इस समय पर्याप्त संख्या में बिस्तर उपलब्ध हैं। मरीजों की संख्या के हिसाब से अभी भी दिल्ली भर में 18843 सील क्षेत्र हैं। 24 घंटे के अंदर 46715 आरटीपीसीआर और 24098 एंटीजन जांच की गई हैं।