मुंबई के मलाड वेस्ट में स्टेशनरी की दुकान के एक कर्मचारी को दलित वकील और एक्टिविस्ट की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। आरोपी ने कथित तौर पर सोशल मीडिया पोस्ट के चलते गुजरात के कच्छ में दलित वकील की हत्या कर दी थी। मामले में पुलिस ने तुरंत एक्शन लेते हुए चौबीस घंटे से भी कम समय में उसे गिरफ्तार कर लिया। मृतक का नाम देवजी महेश्वरी है जो अखिल भारतीय पिछड़ा और अल्पसंख्यक समुदाय कर्मचारी महासंघ (BAMCEF) और इंडियन लीगल प्रोफेशनल असोसिएशन के वरिष्ठ कार्यकर्ता थे।
मुंबई में पुलिस ने बताया कि गुजरात में रपार निवासी रावल ब्राह्मणवाद पर अपने विचारों को लेकर माहेश्वरी से नाराज था। महेश्वरी ने अपने फेसबुक पेज पर ब्राह्मणवाद की आलोचनात्मक पोस्ट लिखी और शेयर की थी। मामले में क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी ने बताया कि रावल ने महेश्वरी की फेसबुक पोस्ट पर असहमति जताई और उन्हें कई बार सार्वजनिक रूप से इस तरह खुल कर पोस्ट लिखने से परहेज करने की चेतावनी दी।
पुलिस के मुताबिक महेश्वरी और रावल पिछले एक महीने में बार-बार भिड़ते (सोशल मीडिया में) रहे। रावल (जो कि एक ब्राह्मण है) ने महेश्वरी से कहा कि वो इस तरह की पोस्ट ना लिखे, क्योंकि दोनों एक ही गांव के हैं। उसने एक बार महेश्वरी के ऑफिस जाकर उन्हें धमकी भी दी। मगर वरिष्ठ कार्यकर्ता ने उससे कहा कि वो पीछे नहीं हटेंगे और उसे चुनौती दी कि उसे जो अच्छा लगे वो कर ले।
महेश्वरी के फेसबुक पर आखिरी पोस्ट BAMCEF के राष्ट्रीय अध्यक्ष वामन मेश्राम का एक वीडियो था जिसमें कहा गया था कि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के सदस्य हिंदू नहीं हैं।
मुंबई पुलिस ने बताया कि रावल हत्या के इरादे से बीते बुधवार को रपार से मलाड पहुंचा। क्षेत्र के सीसीटीवी फुटेज से पता चलता है कि महेश्वरी ने शुक्रवार शाम 6 बजे अपने ऑफिस की इमारत में प्रवेश किया और लाल टी-शर्ट पहने हुए एक शख्स पीछा करते करते हुए इमारत में दाखिल हुआ। चंद सेकंड बाद शख्स इमारत से बाहर आया और फरार हो गया।
पुलिस ने बताया कि रावल के खिलाफ हत्या और आपराधिक साजिश के आरोप और एससी/एसटी एक्ट के तहत रपार पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया है। रावल को कस्टडी में लेने के लिए गुजरात पुलिस की एक टीम शनिवार देर रात मुंबई पहुंची।