दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर किसानों के आंदोलन के दौरान हुई हिंसा को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। राजनीतिक दलों के नेताओं ने इस पर कड़ी टिप्पणी की है। टीवी चैनल रिपब्लिक भारत पर कार्यक्रम ‘पूछता है भारत’ डिबेट में एंकर अर्नब गोस्वामी के सवाल पर भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश सिंह टिकैत को डकैत कहा। उन्होंने कहा, “डकैत निकला किसान नेता राकेश टिकैत, इसने तिरंगे का अपमान किया।”

उधर, कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरेजवाला ने मीडिया से बात करते हुए लाल किले पर चढ़कर देश का अपमान करने के आरोपी पंजाबी अभिनेता दीप सिद्धु को भाजपा का आदमी बताते हुए कहा, “किसानों के नाम पर साजिश के तहत चंद उपद्रवियों को लाल किले पर घुसने दिया और दिल्ली पुलिस कुर्सियों पर बैठी आराम फरमाती रही। भाजपा की करीबी और मोदी साहब के चेले दीप सिद्धु की पूरे समय लाल किले पर मौजूदगी, इस उपद्रव में मौजूदगी, किसान आंदोलन को बदनाम करने की एक सोची समझी साजिश है।”

अभिनेता से कार्यकर्ता बने दीप सिद्धू गणतंत्र दिवस पर मंगलवार को लाल किले पर एक धार्मिक झंडा लगाने वाले प्रदर्शनकारियों में शामिल रहने को लेकर किसान संगठनों की आलोचना का केंद्र बन गये हैं। कई किसान संगठनों ने उन पर मंगलवार को हुई किसानों की ‘ट्रैक्टर परेड’ के दौरान प्रदर्शकारियों को लाल किला की ओर बढ़ने के लिए उकसाने का आरोप लगाया है।

इस बीच नए खेत कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान यूनियनों ने बुधवार को गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा के मद्देनजर 1 फरवरी को संसद में अपना प्रस्तावित मार्च रद्द कर दिया है।

कहा कि “शहीद दिवस पर, हम किसानों के आंदोलन की ओर से पूरे भारत में सार्वजनिक रैलियां करेंगे।” एएनआई ने भारतीय किसान यूनियन (आर) के बलबीर एस राजेवाल के हवाले से बताया कि किसानों ने तय किया है कि वे पहली फरवरी को एक दिन का उपवास भी रखेंगे।