अपराध पर काबू पाने के दिल्ली पुलिस के हर संभव प्रयास के बावजूद राजधानी में 2021 में आपराधिक घटनाओं में वृद्धि दर्ज की गई। दिल्ली पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने कहा कि शहर में 2020 की तुलना में 2021 में अपराध की घटनाओं में 15 फीसद से अधिक बढ़ोतरी हुई। अस्थाना ने गुरुवार को पुलिस मुख्यालय में वार्षिक लेखा-जोखा पेश किया।

वार्षिक रिपोर्ट-2021 के मुताबिक बीते साल राजधानी में जघन्य अपराध में भी इजाफा हुआ। साथ ही कुल आपराधिक घटनाओं में भी वृद्धि हुई है। हालांकि आयुक्त ने 2020 की तुलना में 2021 में अधिक मामले सुलझाने का भी दावा किया। साल 2020 में कोरोना के कारण कम मामले दर्ज हुए थे जिसके चलते 2021 में अपराध की दर बढ़ी हुई नजर आई।

साल 2021 में अपराध के कुल 3,06,389 मामले दर्ज किए गए थे, जबकि 2020 में 2,66,070 मामले दर्ज किए गए थे। 2021 में जघन्य अपराधों के 5,740 मामले दर्ज किए गए, 2020 में ऐसे मामलों की संख्या 5,413 थी। पिछले साल भारतीय दंड संहिता की अन्य धाराओं (चोरी, डकैती एवं सेंधमारी) के तहत कुल 2,87,563 मामले, जघन्य अपराध एवं चोरी के 2,93,303 तथा स्थानीय एवं विशेष कानून (हथियार संबंधी अपराध, एनडीपीएस) के तहत 13,086 मामले दर्ज किए गए थे। साल 2021 में लगभग 70 फीसद मामले सेंधमारी, डकैती एवं चोरी के थे।

साल 2020 में झपटमारी के 7,965 और 2021 में 9,383 मामले सामने आए थे, यानी झपटमारी के मामलों में 15 फीसद का इजाफा हुआ। झपटमारी के मामलों में गिरफ्तारी भी 13 फीसद बढ़ी। साल 2021 में वरिष्ठ नागरिकों के विरूद्ध अपराध में नौ फीसद का इजाफा हुआ और 2021 में 41,113 इस तरह के मामले दर्ज किए गए थे। बीते साल 2021 में हत्या और दंगों के मामलों में कमी दर्ज की गई। हत्या के मामले 2020 में 472 दर्ज किए गए थे। वहीं, 2021 में घटकर 459 दर्ज की गई, जिसमें तीन फीसद की कमी हुई है। इसी प्रकार साल 2020 में दंगे के 689 मामले दर्ज किए गए थे। वहीं, 2021 में सिर्फ 67 दंगे के मामले दर्ज किए गए।

आनलाइन प्राथमिकी दर्ज करने पर पीठ थपथपाई

आयुक्त अस्थाना ने अपनी और पुलिस के अन्य सभी विभागों की पीठ खूब थपथपाई। अपराध वृद्धि का ठीकरा कोविड पर थोप दिया गया। आयुक्त ने आनलाइन एफआइआर दर्ज शुरु होने के बाद जहां यह कहते नहीं अघाए कि इससे भले ही कुछ मामले में वृद्धि के संकेत हैं लेकिन पुलिस की पारदर्शिता इसमें साफ तौर पर दिखाई दी है।

दिल्ली पुलिस के 75वें वर्ष में प्रवेश पर आने वाले सालों में सुरक्षा व्यवस्था सहित अन्य चुनौतियां पर कमर कसने की बात कहते हुए आयुक्त ने कहा कि पीसीआर को थाने में मिलाने का प्रयोग उनका सफल दिख रहा है। बहुत जल्द सीसीटीवी की वृद्धि होगी और भविष्य में ड्रोन से भी जायजा लेने की योजना भी शुरूकी जाएगी। दिल्ली पुलिस का खुद का एफएम रेडियो होगा जो आम जनता को पुलिसिया कार्यशैली पर जानकारी और एहतियात बताने का काम करेगा।

महिलाओं के खिलाफ अपराध में बढ़ोतरी हुई

साल 2020 की तुलना में 2021 में महिलाओं के खिलाफ बलात्कार, महिलाओं का उत्पीड़न और छेड़खानी के मामले में मामूली वृद्धि हुई। आयुक्त ने इसे निष्पक्ष और सटीक पंजीकरण होना करार दिया। आयुक्त ने कहा कि बलात्कार के मामले में 21.69 फीसद की वृद्धि, महिलाओं के साथ उत्पीड़न में 17.51 फीसद और छेड़खानी के मामले में 2.43 फीसद की वृद्धि जरूर हुई है लेकिन इसमें सिर्फ 1.22 फीसद मामले में ही अजनबी व्यक्ति शामिल थे।

46 फीसदों में परिजन, पारिवारिक मित्र, 11 फीसद में पड़ोसी, 13 रिश्तेदार ही वारदात के आरोपी हैं। आयुक्त ने कहा कि पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकता में रात्रि गश्त, मोबाइल महिला पुलिस टीम, पीसीआर वैन में महिलाओे की मौजूदगी और लड़कियों के स्कूल, कालेज के आसपास पुलिसकर्मियों की तैनाती उपाय के रूप में शामिल किए गए हैं।

झपटमारी के फोन का आइएमईआइ नंबर बंद करने पर दिया जोर

दिल्ली पुलिस आयुक्त ने वार्षिक रपट-2021 को पेश करते हुए कहा कि आगामी दिनों में मोबाइल फोन के आइएमईआइ नंबर को बंद करने पर विचार किया जा रहा है। इसको लेकर कपंनियों के साथ शुरुआती स्तर की बातचीत हुई है। उम्मीद है कि आगामी दिनों में कंपनियां एक ऐसा तंत्र विकसित करेंगी। इसके बाद झपटे गए या फिर चोरी किए गए मोबाइल फोन का आइएमईआइ नंबर को हमेशा के लिए बंद कर दिया जाएगा।

इसके बाद वह फोन इस्तेमाल के लिए उपयोगी नहीं होगा। यदि ऐसा तकनीक या फिर साफ्टवेयर कंपनियां बना लेती हैं और उसका इस्तेमाल शुरू कर दिया जाता है। स्वाभिवक है कि मोबाइल चोरी और झपटमारी की घटनाएं एकदम से कम हो जाएंगी। दिल्ली पुलिस के लिए सड़कों पर मोबाइल फोन की झपटमारी चुनौती है। छानबीन करने पर पता चला कि दिल्ली से मोबाइल फोन को चोरी कर या फिर झपट कर आरोपी देश के सुदूर इलाकों में खपाते हैं।