COVID Centre Scam: बीएमसी कोविड सेंटर घोटाला मामले में मुंबई की पूर्व मेयर किशोरी पेडनेकर की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। इस मामले को लेकर आर्थिक अपराध शाखा ने पूर्व मेयर के खिलाफ केस दर्ज किया है। मुंबई पुलिस ने शनिवार को मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि मुंबई की पूर्व मेयर और शिवसेना (यूबीटी) नेता किशोरी पेडनेकर और अन्य के खिलाफ आर्थिक अपराध शाखा ( EOW) ने धारा 420 और 120 (बी) के तहत मामला दर्ज किया है। यह केस उनके खिलाफ कोरोना सेंटर घोटाला मामले में दर्ज किया गया है।
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बीएमसी कोविड सेंटर घोटाले में पहली गिरफ्तारी 20 जुलाई को की थी। जिसमें ईडी ने शिव सेना (यूबीटी) नेता संजय राउत के करीबी सहयोगी सुजीत पाटकर और बीएमसी दहिसर जंबो कोविड के प्रमुख डॉ. किशोर बिसुरे को गिरफ्तार किया गया था। पाटकर और बिसुरे को उसी दिन दोपहर में एक विशेष पीएमएलए अदालत में पेश किया गया और उन्हें आठ दिन की ईडी हिरासत में भेज दिया गया।
पाटकर लाइफलाइन हॉस्पिटल मैनेजमेंट सर्विसेज के चार पार्टनर में से एक हैं। जिनको वर्ली और दहिसर में बीएमसी जंबो कोविड सेंटर चलाने का ठेका दिया गया था। ईडी ने आरोप लगाया था कि पाटकर ने वर्ली और दहिसर में बीएमसी जंबो कोविड केंद्रों में मैनपावर का ठेका हासिल करने से कुछ हफ्ते पहले लाइफलाइन मैनेजमेंट सर्विसेज को शामिल करने के लिए सिर्फ 12,500 रुपये का निवेश किया था। ईडी ने कहा कि उन्होंने फर्जी बिल जमा करके कुल 31.84 करोड़ रुपये का भुगतान प्राप्त किया।
एजेंसी ने आरोप लगाया कि पाटकर और बिसुरे ने कोविड केंद्रों पर कार्यरत लोगों की अटेंडेंट शीट के साथ छेड़छाड़ की थी। इस तरह फर्जी बिल बनाने के लिए इन स्थानों पर लोगों की संख्या लगभग 60% बढ़ा दी।
ईडी ने आरोप लगाया कि बिसुरे ने बढ़ी हुई मैनपावर के फर्जी बिलों को मंजूरी दी, जिसके लिए भुगतान उनके ड्राइवर राजकुमार विश्वकर्मा के खाते में किया गया था। इसमें आरोप लगाया गया है कि पाटकर ने बीएमसी से प्राप्त कुल 31.84 करोड़ रुपये में से 22 करोड़ रुपये से अधिक को बीएमसी के वरिष्ठ अधिकारियों और राजनीतिक नेताओं को अतिरिक्त रिश्वत देने के लिए शेल कंपनियों में भेज दिया था।
कौन हैं किशोरी पेडनेकर
किशोरी पेडनेकर का जन्म 25 दिसंबर 1962 को हुआ था। वो एक राजनीति में सक्रिय हैं, जो बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) की मेयर भी रह चुकी हैं। जो देश का सबसे अमीर नगर निगम है। उन्होंने नर्स का भी काम किया है। उन्हें 2022 में न्यूज़मेकर्स अचीवर्स अवार्ड्स से सम्मानित किया गया। शादी के बाद वह शिवसेना में शामिल हो गईं। वह 2002 में मुंबई के लोअर परेल क्षेत्र से कारपोरेटर बनीं। वर्तमान में वह शिवसेना (UBT) पार्टी का हिस्सा हैं।