कोरोना वायरस महामारी के कारण महाराष्ट्र में लॉकडाउन जैसे प्रतिबंधों को 15 दिन के लिए बढ़ा दिया गया है लेकिन एक जून को नए दिशा निर्देश जारी किए जाएंगे। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
अप्रैल के मध्य से लागू प्रतिबंधों की अवधि को विस्तार देने के लिए राज्य सरकार की कैबिनेट ने बृहस्पतिवार को हुई बैठक में निर्णय लिया था। टोपे ने यहां संवाददाताओं से कहा, “जहां तक लॉकडाउन का सवाल है, उसे 15 दिन के लिए बढ़ाया गया है लेकिन इससे संबंधित दिशा निर्देश एक जून को जारी किए जाएंगे।”
उन्होंने कहा कि उन क्षेत्रों में ढील नहीं दी जाएगी जहां मरीजों की संख्या और संक्रमण की दर अब भी ज्यादा है और अस्पताल में बिस्तर मिलने की समस्या है।
मंत्री ने कहा, “लेकिन उन क्षेत्रों में जहां स्थिति में सुधार हुआ है, (पाबंदियों में ढील देने के बाबत) कुछ दिशा निर्देश जारी किए जा सकते हैं।” यह पूछे जाने पर कि क्या गैर आवश्यक वस्तुएं बेचने वाली दुकानों को खोलने की अनुमति है, उन्होंने कहा कि ऐसे सभी निर्णय एक जून को लिए जाएंगे।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बृहस्पतिवार को कहा था कि एक जून के बाद प्रतिबंध जारी रहेंगे और बाद में चरणबद्ध तरीके से ढील दी जाएगी।
ब्लैक फंगस के उपचार में इस्तेमाल की जाने वाली दवा एम्फोटेरिसिन-बी की 50 हजार से अधिक शीशियां विदेश से भारत लाई जा चुकी हैं। रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
तमिलनाडु में लॉकडाउन को 7 जून तक बढ़ा दिया गया है।
प्रदेश सरकार द्वारा कोविड-19 के मद्देनजर लगाए लॉकडाउन के उल्लंघन के आरोप में जनपद में अब तक 26 प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी हैं जबकि 2300 से ज्यादा लोगों के चालान काटे गए। पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने देश में कोरोना रोधी टीकाकरण की कथित तौर पर धीमी गति होने को लेकर शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने जिस तरह से ‘नौटंकी’ की और अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई, उस कारण कोरोना वायरस की दूसरी लहर आई।
देश को 2021 के अंत तक COVID-19 के खिलाफ पूरी तरह से टीका लगाया जाएगा, केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने शुक्रवार को यह घोषणा की।
मिजोरम में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में लगातार बढ़ोत्तरी के बीच 239 और लोगों में कोविड-19 की पुष्टि होने से संक्रमितों की संख्या शुक्रवार को बढ़कर 11,382 हो गयी। एक स्वास्थ्य अधिकारी ने इस बारे में बताया। उन्होंने बताया कि आइजोल जिला में सबसे अधिक 149 नए मामले सामने आये हैं। इसके बाद लौंगतलाई में 35 और लुंगलेई में 21 मामले आये हैं। अधिकारी ने बताया कि नए संक्रमित मरीजों में पांच एंबुलेंस ड्राइवर और बीएसएफ का एक जवान भी शामिल है। उन्होंने बताया कि तीन मरीज कहीं और से यात्रा कर लौटे थे जबकि 236 मरीजों में संक्रमण की पुष्टि संक्रमित मरीज के संपर्क में आये लोगों की जांच के दौरान हुई। राज्य में वर्तमान में 2,861 मरीजों का उपचार चल रहा है जबकि संक्रमण से अब तक 34 लोगों की मौत हुई है। अब तक 8,487 लोग स्वस्थ हुए हैं जिसमें बृहस्पतिवार को ठीक हुए 195 मरीज भी शामिल हैं। मिजोरम में अब तक 3.81 लाख से अधिक नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच हुई है। इसमें बृहस्पतिवार को 3,485 नमूनों की जांच भी शामिल है। कुल संक्रमण दर 2.99 प्रतिशत है और पिछले 24 घंटे में संक्रमण दर 6.85 प्रतिशत है।
सीएम केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा, "दिल्ली में कोरोना के केस लगातार कम हो रहे हैं। पिछले 24 घंटे में संक्रमण दर 1.5% रही और कोरोना के क़रीब 1100 मामले आए हैं।'' उन्होंने कहा, "कोरोना के ख़िलाफ़ इस लड़ाई में दिल्लीवासियों की मेहनत से दिल्ली में स्थिति तेज़ी से सुधर रही है, लॉकडाउन के बाद अब दिल्ली धीरे-धीरे अनलॉक के लिए तैयार है। कंस्ट्रक्शन गतिविधियों और फैक्ट्रियों को सोमवार सुबह से खोला जा रहा है।"
रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध कराने की आड़ में लोगों के साथ धोखाधड़ी करने के आरोप में मध्य प्रदेश की 18 वर्षीय कॉलेज छात्रा को गिरफ्तार किया गया है। दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि आरोपी छात्रा मध्य प्रदेश के सिवनी की रहने वाली है और वह दिल्ली में एक दूरस्थ शिक्षा विश्वविद्यालय से मनोविज्ञान में स्नातक कोर्स कर रही है। उसने दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में 11 लोगों से 2,25,000 रुपये ठगे। छात्रा को सिवनी में उसके घर से सोमवार को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बताया कि एक मई को दक्षिण दिल्ली के डिफेंस कॉलोनी पुलिस थाने में अंकित कुमार की शिकायत पर एक मामला दर्ज किया गया। कुमार ने रेमडेसिविर इंजेक्शन के संबंध में ऑनलाइन जानकारी मिलने के बाद किसी व्यक्ति से संपर्क किया था।शिकायत में कहा गया है कि कुमार को 32,400 रुपये में पांच इंजेक्शन भेजने का वादा किया गया और उसने उनके बैंक खाते में यह धनराशि भेज दी लेकिन उसे इंजेक्शन नहीं मिले।
मिजोरम में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में लगातार बढ़ोत्तरी के बीच 239 और लोगों में कोविड-19 की पुष्टि होने से संक्रमितों की संख्या शुक्रवार को बढ़कर 11,382 हो गयी। एक स्वास्थ्य अधिकारी ने इस बारे में बताया। उन्होंने बताया कि आइजोल जिला में सबसे अधिक 149 नए मामले सामने आये हैं। इसके बाद लौंगतलाई में 35 और लुंगलेई में 21 मामले आये हैं। अधिकारी ने बताया कि नए संक्रमित मरीजों में पांच एंबुलेंस ड्राइवर और बीएसएफ का एक जवान भी शामिल है। उन्होंने बताया कि तीन मरीज कहीं और से यात्रा कर लौटे थे जबकि 236 मरीजों में संक्रमण की पुष्टि संक्रमित मरीज के संपर्क में आये लोगों की जांच के दौरान हुई। राज्य में वर्तमान में 2,861 मरीजों का उपचार चल रहा है जबकि संक्रमण से अब तक 34 लोगों की मौत हुई है। अब तक 8,487 लोग स्वस्थ हुए हैं जिसमें बृहस्पतिवार को ठीक हुए 195 मरीज भी शामिल हैं। मिजोरम में अब तक 3.81 लाख से अधिक नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच हुई है। इसमें बृहस्पतिवार को 3,485 नमूनों की जांच भी शामिल है। कुल संक्रमण दर 2.99 प्रतिशत है और पिछले 24 घंटे में संक्रमण दर 6.85 प्रतिशत है।
मुंबई पुलिस आयुक्त हेमंत नागराले ने नागरिकों से केवल आईसीएमआर से मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाओं में ही कोविड-19 की जांच कराने का शुक्रवार को अनुरोध किया और कहा कि साइबर अपराधी अपने आप को प्रयोगशालाओं का कर्मचारी बताकर और झूठी रिपोर्टें देकर महामारी का फायदा उठा रहे हैं। एक अधिकारी ने कहा कि सिविक और राज्य सरकार द्वारा संचालित अस्पतालों में भारी भीड़ के कारण कई नागरिक निजी प्रयोगशालाओं से कोविड-19 से संबंधित विभिन्न जांच करा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इनमें से कई ने अपने मोबाइल फोन, लैपटॉप और कम्प्यूटरों से नजदीक की निजी प्रयोगशालाओं में जांच कराने का ऑनलाइन समय लिया जिससे साइबर अपराधियों को उन्हें ठगने का मौका मिल रहा है। अधिकारी ने बताया कि साइबर अपराधी स्थिति का फायदा उठा रहे हैं और नमूने लेने के लिए घर पर आने की पेशकश देते हैं और मरीजों को संक्रमित न पाए जाने या झूठी जांच रिपोर्ट देकर धोखा देते हैं। नागराले ने कोविड-19 संबंधी जांच के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए ट्वीट किया।
भारत में इस महीने दूसरी बार 24 घंटे में दो लाख से कम 1,86,364 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2,75,55,457 हो गई। देश में 44 दिन बाद कोविड-19 के इतने कम नए मामले सामने आए हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण से 3,660 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 3,18,895 हो गई। आंकड़ों के अनुसार, देश में अभी तक कुल 33,90,39,861 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई है, जिनमें से 20,70,508 नमूनों की जांच बृहस्पतिवार को की गई। देश में नमूनों के संक्रमित आने की दर भी कम होकर नौ प्रतिशत हो गई थी। पिछले चार दिनों से यह 10 प्रतिशत से कम है। संक्रमण की साप्ताहिक दर भी कम होकर 10.42 प्रतिशत हो गई है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने शुक्रवार को माल एवं सेवा कर (जीएसटी) परिषद की बैठक से कुछ घंटे पहले कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण से निपटने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली सभी दवाइयों और चिकित्सा उपकरणों से जीएसटी हटाया जाए। उन्होंने कई दवाइयों और चिकित्सा उपकरणों पर लग रहे जीएसटी का एक चार्ट साझा करते हुए ट्वीट किया, "महामारी के समय एम्बुलेंस, बेड, वेंटीलेटर, ऑक्सीजन, दवाइयों, टीके के लिए परेशान हुए लोगों से कोविड संबंधित उत्पादों पर जीएसटी वसूलना निर्दयता व असंवेदनशीलता है। "उन्होंने केंद्र से आग्रह किया, "आज जीएसटी परिषद की बैठक में सरकार को कोविड से लड़ाई में इस्तेमाल हो रही सभी जीवनरक्षक दवाइयों व उपकरणों पर से जीएसटी हटाना चाहिए। ''गौरतलब है कि शुक्रवार को जीएसटी परिषद की डिजिटल बैठक होगी। कांग्रेस का कहना है कि इस बैठक में विपक्ष शासित राज्य जीएसटी की व्यवस्था में सुधार और राज्यों को उपकर संबंधी राजस्व के नुकसान की भरपाई के लिए केंद्र से अनुदान की जरूरत पर जोर देंगे।
पश्चिम बंगाल में एक दिन में कोविड-19 के 13,046 नए मामले सामने आने के बाद राज्य में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 13,31,249 हो गई। स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन के अनुसार, 148 और लोगों की संक्रमण से मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 14,975 हो गई। बुलेटिन के अनुसार, राज्य में अभी 1,17,154 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है तथा 11,99,120 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। राज्य में अभी तक कुल 1,21,79,113 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई है। वहीं, ‘म्यूकरमाइकोसिस’ के पांच नए मामले सामने आने के बाद राज्य में इसके मामले बढ़कर 18 हो गए। ‘म्यूकरमाइकोसिस’ को ‘ब्लैक फंगस’ भी कहा जाता है और यह एक दुर्लभ गंभीर संक्रमण है, जो कोविड-19 के कई मरीजों में पाया जा रहा है।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बृहस्पतिवार को प्रभावशाली अमेरिकी सांसदों से मुलाकात की। ये सांसद डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन दोनों ही दलों से थे। उनके बीच क्वाड तथा टीका सहयोग को लेकर चर्चा हुई। सदन की विदेश मामलों की समिति के अध्यक्ष सांसद ग्रेगरी मीक्स और सांसद माइकल मैककॉल से मुलाकात के बाद जयशंकर ने कहा, ‘‘टीकों को लेकर हमारे सहयोग तथा क्वाड के बारे में चर्चा की। संबंधों को मजबूत बनाने की खातिर उनके नेतृत्व के महत्व को स्वीकार किया। ’’ जयशंकर और अमेरिकी सदन में ‘इंडिया कॉकस’ के सह-अध्यक्ष एवं डेमोक्रेटिक पार्टी से सांसद ब्रेड शेर्मन तथा रिपब्लिकन पार्टी से सांसद स्टीव चाबोट के बीच भी अच्छा संवाद हुआ। विदेश मंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘कोविड चुनौती का सामना कर रहे भारत की मदद के लिए अमेरिकी कांग्रेस एक मजबूत स्तंभ रहा है।’’
सार्वजनिक कारोबार कंपनी हेस्टर बायोसइंसेस ने कहा कि कोवैक्सिन के निर्माण में इस्तेमाल किये जाने वाले मूल पदार्थ के उत्पादन के लिए वैक्सीन निर्माता भारत बायोटेक और गुजरात कोविड वैक्सीन कंसोर्टियम (जीसीवीसी) के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। हेस्टर बायोसइंसेस ने बृहस्पतिवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि जीसीवीसी में गुजरात जैव प्रौद्योगिकी अनुसंधान केंद्र (जीआरबीसी), हेस्टर बायोसइंसेस और ओमनीब्रिक्स बायोटेक्नोलॉजीस प्रा. लि. शामिल हैं। उसने कहा कि समझौते के तहत भारत बायोटेक कोवाक्सिन में निर्माण में इस्तेमाल किये जाने वास्तविक पदार्थ की तकनीक साझा करेगी। जीआरबीसी एक सलाहकार और संरक्षक के रूप में कार्य करेगा तथा भारत बायोटेक प्रौद्योगिकी हस्तांतरण की सुविधा प्रदान करेगा। उसने कहा कि हेस्टर दवा पदार्थ के निर्माण के लिए गुजरात के अपने संयंत्र में संपूर्ण आधारभूत संरचना प्रदान करेगी जबकि ओमनीब्रक्स एक प्रौद्योगिकी सहायता भागीदार के रूप में कार्य करेगी।
देश में यह अध्ययन किया जा रहा है कि कोविड-19 टीके के बूस्टर खुराक की जरूरत है या नहीं। यह जानकारी केंद्र सरकार ने बृहस्पतिवार को दी। इसके साथ ही सरकार ने जोर दिया कि कोई भी टीका वायरस से शत प्रतिशत सुरक्षा नहीं दे सकता। प्रेस वार्ता में बूस्टर खुराक की जरूरत को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ.वीके पॉल ने कहा कि अगर जरूरत होगी तो उसकी जानकारी लोगों को दी जाएगी। उन्होंने कहा कि टीकाकरण अभियान में हम सभी का इस बीमारी के खिलाफ टीकाकरण करना चाहते हैं। डॉ.पॉल ने कहा, ‘‘अगर बूस्टर खुराक की जरूरत होगी तो उसकी जानकारी दी जाएगी। अध्ययन चल रहा है। कोवैक्सिन का परीक्षण चल रहा है कि क्या छह महीने के बाद बूस्टर खुराक लेने की जरूरत है या नहीं।’’
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित राज्य मंत्रिपरिषद के सभी सदस्यों, विधानसभा के पीठासीन अधिकारियों तथा सभी विधायकों ने युवाओं के टीकाकरण के लिए के लिए अपने मई माह का मूल वेतन राजस्थान मुख्यमंत्री सहायता कोष-टीकाकरण खाते में देने का निर्णय किया है। एक सरकारी प्रवक्ता के अनुसार राजस्थान में 18 से 44 वर्ष आयुवर्ग के लोगों को नि:शुल्क कोरोना वायरस प्रतिरक्षण टीकाकरण के लिए राज्य सरकार को समाज के विभिन्न वर्गों का भरपूर सहयोग मिल रहा है।
मुख्यमंत्री गहलोत के आह्वान पर लोग स्वप्रेरणा से आर्थिक सहयोग के लिए आगे आ रहे हैं। इससे पहले भारतीय प्रशासनिक सेवा एवं भारतीय पुलिस सेवा एवं आईएफएस अधिकारियों ने तीन दिन का वेतन इस कार्य के लिए देने की घोषणा की है। इसके साथ ही आरएएस, आरपीएस, राज्य लेखा सेवा, वन सेवा, राज्य कर सेवा,राजस्थान शिक्षा सेवा परिषद (प्रधानाचार्य) आदि से संबंधित एसोसिएशनों ने भी आगे आकर गहलोत के आह्वान पर युवा वर्ग के टीकाकरण के लिए अंशदान देनेकी स्वैच्छिक सहमति दी है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि देश में अब तक कोविड-19 टीकों की लगाई गयीं खुराकों की कुल संख्या 20.54 करोड़ को पार कर गयी है। मंत्रालय ने कहा कि बृहस्पतिवार को 18 से 44 साल की आयु के 11,76,300 लोगों ने टीके की पहली खुराक ली। कुल मिलाकर इस आयुवर्ग में टीकाकरण अभियान के तीसरे चरण की शुरुआत से अब तक 1,51,52,040 लोग पहली खुराक लगवा चुके हैं।
मंत्रालय के अनुसार बिहार, गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में 18-44 साल के आयुवर्ग के 10 लाख से अधिक लाभार्थियों को कोविड-19 टीके की पहली खुराक लगाई गयी। शाम सात बजे की अंतरिम रिपोर्ट के अनुसार देश में कुल 20,54,51,902 लोगों को टीका लगाया जा चुका है।
केंद्र सरकार ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर मंद पड़ रही है और उम्मीद जताई कि प्रतिबंधों को धीरे-धीरे और चरणबद्ध तरीके से ढील देने के बावजूद यह गिरावट कायम रहेगी। प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वी के पॉल ने कहा कि देश में लगातार देखा जा रहा है कि अधिकतर हिस्सों में दूसरी लहर स्थिर है, यह संक्रमण के मामलों और संक्रमण की दर दोनों ही मामलों में स्थिर है।
उन्होंने कहा कि कोविड की दूसरी लहर का मंद पड़ना अधिकतर राज्यों में पाबंदियों के साथ-साथ जांच, कोविड उपयुक्त व्यवहार और टीकाकरण प्रयासों की वजह से है। उन्होंने कहा, “ हम उम्मीद करते हैं और विश्वास हैं कि यह पाबंदियों को धीरे-धीरे, चरणबद्ध तरीके से और सतर्कता से हटाने के बावजूद यह कायम रहेगी।
इसी बीच, देश में यह अध्ययन किया जा रहा है कि कोविड-19 टीके के बूस्टर खुराक की जरूरत है या नहीं। साथ ही सरकार ने जोर दिया कि कोई भी टीका वायरस से शत प्रतिशत सुरक्षा नहीं दे सकता। प्रेस वार्ता में बूस्टर खुराक की जरूरत को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ.वीके पॉल ने कहा कि अगर जरूरत होगी तो उसकी जानकारी लोगों को दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि टीकाकरण अभियान में हम सभी का इस बीमारी के खिलाफ टीकाकरण करना चाहते हैं। डॉ.पॉल ने कहा, ‘‘अगर बूस्टर खुराक की जरूरत होगी तो उसकी जानकारी दी जाएगी। अध्ययन चल रहा है। कोवैक्सिन का परीक्षण चल रहा है कि क्या छह महीने के बाद बूस्टर खुराक लेने की जरूरत है या नहीं।’’