ब्रिटेन के वरिष्ठ मेडिकल प्रमुखों में शामिल एक विशेषज्ञ ने संकेत दिया है कि देश में कोविड-19 का टीका इस्तेमाल के लिए नए साल की शुरुआत में तैयार होने की उम्मीद है। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में एस्‍ट्राजेनेका द्वारा बनाया जा रहा टीका दिसंबर में क्रिसमस के बाद इस्तेमाल के लिए तैयार हो सकता है।

जानकारी के अनुसार, इंग्लैंड के उप प्रमुख चिकित्सा अधिकारी एवं कोरोना वायरस वैश्विक महामारी को लेकर सरकार के सलाहकारों में शामिल जोनाथन वान टाम ने सांसदों को यह जानकारी दी। भारत में इसका ‘सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया’ के साथ करार है। ‘द संडे टाइम्स’ ने बताया कि वान टाम ने पिछले सप्ताह सांसदों को जानकारी दी, ‘‘हम इससे प्रकाश वर्षों तक दूर नहीं है। यह कतई अवास्तविक बात नहीं है कि हम क्रिसमस के तत्काल बाद टीका इस्तेमाल के लिए तैयार कर सकते हैं।

इससे अस्पताल में भर्ती होने वाले लोगों और उनकी मौत की संख्या पर काफी असर पड़ेगा।’’ वान टाम के साथ एक अन्य बैठक में भाग लेने वाले एक सांसद ने समाचार पत्र को बताया कि चिकित्सा विशेषज्ञ ‘‘एस्ट्राजेनेका के तीसरे चरण के परिणाम को लेकर बहुत आशावान हैं। उन्हें इसके परिणाम इस महीने या अगले महीने के अंत तक आ जाने की उम्मीद है।’’

वान टाम का बयान ऐसे समय में आया है, जब ब्रिटेन सरकार ने शुक्रवार को नया कानून पेश किया जिसमें कोविड-19 के संभावित टीके को लगाने की बड़ी संख्या में स्वास्थ्य कर्मियों को अनुमति दी गई। स्वास्थ्य एवं सामाजिक देखभाल विभाग ने बताया कि नए कदम संभावित टीके तक लोगों की पहुंच बढ़ाने में मदद करेंगे।

वहीं, दुनिया भर में कोविड-19 के टीके के समान रूप से वितरण के लिये विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के ‘कोवैक्स’ गठजोड़ में शामिल होने के कुछ दिनों बाद चीन ने अपने कोरोना वायरस के टीके का आपात इस्तेमाल तीन और शहरों में करने की मंजूरी दे दी है।

सरकारी ग्लोबल टाइम्स ने एक अन्य अखबार ‘द पेपर’ को उद्धृत करते हुए अपनी खबर में कहा कि यीवु, निंगबो और शाओसिंग में फिलहाल कोविड-19 के खिलाफ टीकाकरण की अत्यावश्यक जरूरत का सामना कर रहे लक्षित अहम समूहों को यह सुविधा दी जा रही है। इससे पहले जियासिंग शहर में यह सुविधा दी गई थी। प्राथमिकता के तौर पर यह जरूरतमंद महत्वपूर्ण समूहों को दी जाएगी और बाद में इसे आम जनता को दिया जा सकता है।