कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रवासी मजदूरों के मुद्दे पर पीएम मोदी और उनकी सरकार पर बड़ा हमला बोला। प्रवासी मजदूरों के लिए एक वीडियो मैसेज में सोनिया गांधी ने कहा कि ‘उनका डर, उनकी सिसकी, उनकी पीड़ा देश में सबने सुनी, पर शायद सरकार ने नहीं।’ यह वीडियो कांग्रेस के स्पीकअप अभियान का हिस्सा है, जिसके तहत पार्टी प्रवासी मजदूरों, छोटे दुकानदारों और मध्यम वर्गीय लोगों की आवाज को केन्द्र सरकार के सामने उठाना चाहती है।
सोनिया गांधी ने केन्द्र सरकार से अपील की कि हर गरीब परिवार को अगले 6 महीने तक हर माह 7500 रुपए की आर्थिक मदद दी जाए। इसके साथ ही मौजूदा संकट से निपटने के लिए तुरंत 10 हजार रुपए की आर्थिक मदद दी जाए।
अपने वीडियो संदेश में सोनिया गांधी ने नौकरी ना होने के चलते अपने घर लौट रहे प्रवासी मजदूरों को उनके घर सुरक्षित और आसानी से पहुंचाने की भी सरकार से अपील की। कांग्रेस अध्यक्ष ने सरकार से घर लौट रहे मजदूरों को मनरेगा के तहत काम देने और उनका मानदेय 200 रुपए करने की भी मांग की।
बता दें कि हाल ही में कांग्रेस पार्टी ने लॉकडाउन के चलते देशभर में प्रवासी मजदूरों के पलायन पर एक डॉक्यूमेंट्री भी जारी की थी, जिसमें कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी मजदूरों से बात करते नजर आए थे। इस डॉक्यूमेंट्री में भी राहुल गांधी ने केन्द्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा था। साथ ही देश के 13 करोड़ गरीब परिवारों को 7500 रुपए की मदद देने की बात भी कही थी।
उल्लेखनीय है कि लॉकडाउन के चलते उत्पन्न हुए संकट से निपटने के लिए केन्द्र सरकार ने 20 लाख करोड़ रुपए के आर्थिक पैकेज की घोषणा की है। इस पैकेज के तहत सरकार ने 40 हजार करोड़ रुपए मनरेगा योजना के लिए दिए हैं। हालांकि कांग्रेस का आरोप है कि आर्थिक पैकेज में सरकार ने लोन की सुविधा दी है, जबकि अभी लोगों को नकद धन देने की जरूरत है।