उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री और पूर्व भारतीय क्रिकेटर चेतन चौहान का रविवार को निधन हो गया। वह 73 साल के थे और Coronavirus/COVID-19 संक्रमित थे। चौहान के छोटे भाई पुष्पेंद्र चौहान के हवाले से समाचार एजेंसी ‘पीटीआई-भाषा’ ने बताया कि उनका देहांत संबंधित दिक्कतों के चलते हुआ है। वह जुलाई में कोरोना संक्रमित पाए गए थे। तबीयत बिगड़ने के बाद वह अस्पताल में थे। किडनी और बीपी संबंधी दिक्कतों के कारण उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था।
चौहान करीब 36 घंटे से जीवन रक्षक प्रणाली पर थे। शुक्रवार रात को उनके कई महत्वपूर्ण अंगों ने काम करना बंद कर दिया और उन्हें वेंटीलेटर सपोर्ट पर रखा गया था। भारत के लिये 40 टेस्ट खेलने वाले चौहान के परिवार में पत्नी और बेटा विनायक है। विनायक मेलबर्न से शाम तक भारत पहुंचेंगे।
भाई पुष्पेंद्र ने पीटीआई से कहा, ‘‘मेरे बड़े भाई चेतन चौहान बीमारी से लड़ते हुए आज हमें छोड़कर चले गये। मैं उन सभी का शुक्रिया करना चाहूंगा जिन्होंने उनके ठीक होने के लिये प्रार्थना की। उनका बेटा विनायक किसी भी समय पहुंच जायेगा और फिर हम उनका अंतिम संस्कार करेंगे।’’
शुरुआत में उन्हें लखनऊ के SGPGI में भर्ती कराया गया था, जबकि बाद में उन्हें वहां से दिल्ली से सटे हरियाणा के Medanta Hospital शिफ्ट कर दिया गया था। यहीं पर कोरोना के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भर्ती हुए थे। यूपी के कबीना मंत्री किसी जमाने में टीम इंडिया के ओपनर हुआ करते थे। यही नहीं, उन्होंने चीम मैनेजर की भूमिका भी निभाई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनके देहांत पर खेद प्रकट किया। उन्होंने ट्वीट कर कहा- चेतन चौहान ने खुद को एक शानदार क्रिकेटर और बाद में एक मेहनती राजनीतिक नेता के रूप में प्रतिष्ठित किया। उन्होंने यूपी में सार्वजनिक सेवा और भाजपा को मजबूत करने में प्रभावी योगदान दिया। उनके निधन से दुखी हूं। उनके परिवार और समर्थकों के प्रति संवेदना। ओम शांति।
उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ मंत्री और पूर्व क्रिकेटर चेतन चौहान के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। वहीं, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है- मंत्रिपरिषद में हमारे वरिष्ठ सहयोगी एवं पूर्व क्रिकेटर चेतन चौहान जी के असामयिक निधन की सूचना पाकर मन अत्यंत व्यथित है। चेतन जी के रूप में हमने दूसरा साथी खोया है जिसकी पूर्ति आने वाले कई सालों में नहीं हो सकती है।