Indian Railway IRCTC Booking: लॉकडाउन के तीसरे चरण के बीच रेलवे ने स्पेशल ट्रेनों के बाद देशभर में एक्सप्रेस ट्रेन सेवा शुरू करने जा रही है। रेल मंत्रालय की तरफ से सर्कुलर में 22 मई से मेल और एक्सप्रेस ट्रेन चलाने की सूचना दी गई है।
रेल मंत्रालय की तरफ से बताया गया है कि इन ट्रेनों के लिए बुकिंग आईआरसीटीसी के वेबसाइट से ही की जा सकेंगी। बुकिंग के दौरान लोगों को वेटिंग टिकट बुक करने की भी सुविधा मिलेगी। इन ट्रेनों के लिए 15 मई से बुकिंग शुरू होगी।
रेलवे की तरफ से जारी विज्ञप्ति के अनुसार- 1 AC में 20, एग्जीक्यूटिव क्लास में 20, 2AC में 50, 3AC में 100, AC चेयर कार में 100 और स्लिपर में 200 तक वेटिंग टिकट बुक किए जाएंगे। मालूम हो कि रेलवे ने 12 मई से 15 जोड़ी ट्रेनें चलाने का फैसला लिया था। इन स्पेशल ट्रेनों में सिर्फ एसी बोगियां लगाई गईं थी। इतना ही नहीं इन ट्रेनों का किराया भी राजधानी एक्सप्रेस के समान ही रखा गया था।
ये स्पेशल ट्रेनें नई दिल्ली से डिब्रूगढ़, अगरतला, हावड़ा, पटना, बिलासपुर, रांची, भुवनेश्वर, सिकंदराबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, तिरुवनंतपुरम, मडगांव, मुंबई सेंट्रल, अहमदाबाद और जम्मू तवी के बीच संचालित की जा रही हैं।
बुधवार को दिल्ली से 9000 से अधिक यात्री रवानाः दिल्ली और देश के बड़े शहरों के बीच 12 मई से 15 ट्रेनें चलाकर रेलवे द्वारा अपनी यात्री सेवाएं शुरू करने के साथ ही बुधवार को 9000 से अधिक लोग नौ ट्रेनों से राष्ट्रीय राजधानी से विदा हुए। आंकड़े के अनुसार दिल्ली से जो नौ ट्रेनें रवाना हुई, उनमें से हावड़ा, जम्मू, तिरुवनंतपुरम, चेन्नई, डिब्रूगढ़, मुम्बई, रांची और अहमदाबाद की ट्रेनों में उनकी क्षमता से अधिक बुकिंग थी। बस बिहार की राजधानी पटना विदा हुई ट्रेन में 87 फीसद यात्री ही थे।
दो लाख तक बुक हो चुके हैं टिकटः आधिकारिक आंकड़े के अनुसार बुधवार तक 2,08,965 यात्रियों ने अगले सात दिनों के दौरान सफर के लिए इन स्पेशल ट्रेनों में टिकट बुक कराये थे। एक अधिकारी ने कहा,‘‘ ओवरबुकिंग का यह मतलब नहीं है कि यात्री ट्रेन में आने जाने की जगह खड़े हैं। इसका बस यह मतलब है लोग ठहराव स्टेशनों पर चढ़ रहे हैं और उतर रहे हैं, इसी वजह से कई बुकिंग है।’’ पटना की ट्रेन में कम यात्रियों की वजह के बारे में अधिकारियों का कहना था कि चूंकि एक मई से 100 से अधिक ट्रेनें श्रमिकों को लेकर बिहार गयीं इसलिए इस ट्रेन में क्षमता से कम यात्री थे।
