प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार रात आठ बजे देश को संबोधित करते हुए पूरे देश में 21 दिनों के लिए लॉकडाउन का ऐलान किया। इस दौरान पीएम मोदी ने लोगों के एक जगह इकट्ठा होने पर रोक लगायी है। साथ ही धार्मिक अनुष्ठानों पर भी रोक लगाने की अपील की थी, ताकि लोग इकट्ठा ना हो। हालांकि उनकी ही पार्टी के नेता और उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ बुधवार तड़के अयोध्या में एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल हुए।
सोशल मीडिया पर एक यूजर ने इसे लेकर ट्वीट किया है और योगी सरकार पर निशाना साधा है। बताया जा रहा है कि इस धार्मिक कार्यक्रम के दौरान करीब एक दर्जन लोग मौजूद रहे। इसे लेकर सोशल मीडिया पर लोग सीएम योगी आदित्यनाथ की आलोचना कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा कि ‘भाजपा के लोग जानते हैं कि वह कुछ भी करें पीएम मोदी समेत कोई भी उन्हें कुछ नहीं कहेगा।’
वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा कि ‘क्या इसकी इजाजत है? लॉकडाउन क्या सिर्फ आम लोगों के लिए है और भाजपा नेताओं के लिए नहीं?’ एक यूजर ने नाराजगी जाहिर करते हुए लिखा कि ‘योगी जी यूं आदर्श स्थापित करेंगे तो जनता क्या करेगी?’ वहीं कुछ यूजर्स ने योगी आदित्यनाथ का बचाव भी किया और उनके साथ मौजूद लोगों को उनका सुरक्षाकर्मी बताया।
Hours after a total lock down was announced by @narendramodi with no religious exemptions , @myogiadityanath , surrounded by atleast 20 people , in ayodhya this morning , made this appeal for everyone to ‘follow lock down boundaries’ !! UP is a parallel universe ! pic.twitter.com/6AqX2dMzec
— Alok Pandey (@alok_pandey) March 25, 2020
बता दें कि चैत्र नवरात्र के पहले दिन अयोध्या में श्री रामलला, उनके भाईयों और भक्त हनुमान नए अस्थायी मंदिर में विराजमान हुए। बुधवार तड़के तीन बजे रामलला को पालकी में बैठाकर वैदिक मंत्रोच्चार के बीच नए मंदिर में विराजमान किया गया। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। खुद सीएम योगी आदित्यनाथ ने रामलला को गोद में उठाकर चांदी के सिंहासन पर विराजमान किया। बता दें कि रामलला 492 साल बाद चांदी के सिंहासन पर विराजमान हुए हैं।