भारत में कोरोना के केसों में लगातार इजाफा हो रहा है। अब देश में कुल संक्रमितों का आंकड़ा 20 लाख के पार चला गया है। आलम यह है कि पिछले 9 दिनों से लगातार देश में 50 हजार से ज्यादा नए केस दर्ज हो रहे हैं। इस बीच सामने आया है कि भारत में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 10 लाख के पार होने के बाद से अब तक जितने केस आए हैं, उनमें से 38 फीसदी के लिए पांच राज्य ही जिम्मेदार हैं। इनमें आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और बिहार शामिल है। गौरतलब है कि भारत में कोरोना संक्रमितों की संख्या 10 लाख तक पहुंचने तक इन राज्यों से कोरोना के सिर्फ 19 फीसदी केस ही आए थे।
खास बात यह है कि पहले 10 लाख तक केस तक जिस दिल्ली से देश के 12 फीसदी केस आए थे, अगले 10 लाख केस में वहां से 3 फीसदी से भी कम नए मामले दर्ज हुए हैं। इन आंकड़ों से पता चलता है कि पिछले तीन हफ्तों में कोरोनावायरस की भौगोलिक स्थिति में कितना बदलाव आया है और अब यह महामारी महाराष्ट्र, तमिलनाडु और दिल्ली से निकल कर भारत के मध्य तक पहुंच गई है।
बता दें कि भारत में 16 जुलाई को कोरोनावायरस से पीड़ितों की संख्या 10 लाख के पार पहुंची थी। तब देश के 56 फीसदी केसों के लिए महाराष्ट्र, तमिलनाडु और दिल्ली जिम्मेदार थे। अकेले महाराष्ट्र में ही तब 2,84,281 केसों के साथ देश के कुल 28.3 फीसदी मामले थे। इसके अलावा तमिलनाडु में 1 लाख 56 हजार केस, यानी देश के कुल केसों का 15.6 फीसदी और दिल्ली में 1 लाख 18 हजार केस, यानी पूरे देश के संक्रमितों का 11.8 फीसदी था।
हालांकि, देश में 10 लाख केस के पार होने के बाद इन तीन राज्यों में केस लोड कम हुआ और कोरोनावायरस के नए मामले अलग-अलग राज्यों से आने लगे। कोरोना से सबसे तेजी से उबरने वाले राज्यों में दिल्ली सबसे आगे रहा। भारत के 10 लाख से 20 लाख केसों तक के सफर में दिल्ली का योगदान महज 2.2 फीसदी नए मामलों का ही रहा है। हालांकि, महाराष्ट्र में हालात अभी भी बद्तर हैं। यहां से देश के कुल केसों का पांचवां हिस्सा आ चुका है, जबकि आंध्र प्रदेश में भी लगातार संक्रमितों की संख्या में इजाफा हो रहा है।
आंध्र प्रदेश 16 जुलाई तक कोरोना के मामलों में देश में आठवें स्थान पर था। हालांकि, तब से लेकर अब तक राज्य में संक्रमितों की संख्या 1.96 लाख पहुंच गई है। इस दौरान कोरोना के नए मामलों में 16 फीसदी उछाल के साथ आंध्र प्रदेश केस लोड में दूसरे नंबर पर आ गया है। भारत में कोरोना के केस 10 से 20 लाख तक पहुंचने में तमिलनाडु का योगदान महज 12.1 फीसदी नए केसों का ही है। आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और बिहार वे राज्य हैं, जहां से पिछले 10 लाख केसों में से कुल 38 फीसदी केस आए हैं।