दिल्ली में शुक्रवार को कोरोना के संक्रमण दर में इजाफा देखा गया। आंकड़ों के मुताबिक, शुक्रवार की संक्रमण दर एक मई के बाद सबसे ज्यादा है। यहां 24 घंटे में कोरोना के 24,383 नए मामले सामने आए व संक्रमण दर बढ़ कर 30.64 फीसद हो गई है। एक मई को यह 31.61 फीसद थी। बड़ी तादाद में नए मामले सामने आने के साथ ही शुक्रवार को 34 और मरीजों की इस महामारी के कारण मौत हो गई। दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, 2,529 मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं। इनमें से 815 मरीज आक्सीजन के सहारे हैं, जिनमें से 99 मरीज वेंटिलेटर पर हैं।
दिल्ली में कुल 79,578 लोगों की कोरोना जांच की गई। हालांकि गुरुवार की तुलना में नए मामलों की संख्या कम है, लेकिन संक्रमण दर में वृद्धि हुई है। गुरुवार को दिल्ली में कोविड के 28,867 मामले आए थे, जो महामारी की शुरुआत के बाद से एक दिन में सबसे अधिक रहे। वहीं 31 मरीजों की मौत हो गई थी, जबकि संक्रमण दर 29.21 फीसद थी।
दिल्ली में इससे पहले 20 अप्रैल 2021 को 28,395 मामले आए थे और संक्रमण दर 32.82 फीसद थी। वहीं एक मई को संक्रमण दर 31.61 फीसद थी। शुक्रवार को 2,529 मरीज अस्पतालों में भर्ती थे।
वहीं दिल्ली में जान गंवाने वालों की कुल संख्या बढ़ कर 25,305 हो गई है। कुल संक्रमितों की संख्या 16,70,966 है, जिनमें से 15,53,388 लोग महामारी से उबर चुके हैं। शुक्रवार को निषिद्ध क्षेत्रों की संख्या बढ़ कर 27,531 हो गई।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना से संक्रमित जिन सात बच्चों की मौत नौ जनवरी से 12 जनवरी के बीच हुई है, वे अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रस्त थे। जैन ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दिल्ली में मौजूदा लहर में कोरोना संक्रमण से मरने वालों में से 75 फीसद से अधिक को टीका नहीं लगा था। जैन ने कहा कि संक्रमण दर भले बढ़ा है, लेकिन कुल मामलों में कमी आई है। वहीं अस्पताल में भर्ती होने वालों की दर भी स्थिर बनी हुई है।
दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, जिन तीन बच्चों की उन चार दिनों के दौरान मौत हुई, उनमें कोरोना के साथ-साथ अन्य गंभीर बीमारियां भी थी। इन बच्चों में से एक को संक्रमित पाए जाने के एक दिन बाद आठ जनवरी को लोकनायक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसकी नौ जनवरी को छोटी नसों में खून के थक्के बनने (डिसेमिनेटेड इंट्रावास्कुलर कोगुलेशन) के कारण मौत हो गई।
अधिकारी ने कहा कि दूसरे बच्चे को सात जनवरी को एलएनजेपी में भर्ती कराया गया था और अगले दिन की गई जांच में वह कोरोना से संक्रमित पाया गया। अधिकारी ने कहा वह बच्चा दिल की बीमारी से पीड़ित था और तीन दिन बाद यानी 10 जनवरी को उसकी मौत हो गई। जबकि तीसरे बच्चे को चाचा नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
अधिकारी ने बताया कि उसे छह जनवरी को चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था और भर्ती के अगले दिन संक्रमित पाया गया था। वह बच्चा खून की बीमारी थैलेसीमिया से पीड़ित था और 11 जनवरी को उसकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि बाकी अन्य चार बच्चों को भी कोरोना के साथ कोई न कोई अन्य बीमारी रही है।