कोरोनावायरस के मामलों में पिछले कुछ दिनों से वृद्धि देखी जा रही है। केंद्र ने देश के पांच राज्यों को पत्र लिखकर चेताया है और सावधानी बरतने को कहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को पांच राज्यों – कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और तेलंगाना में कोविड -19 संक्रमण में वृद्धि पर स्थानीय अधिकारियों को निगरानी बढ़ाने, कोविड सावधानियों का पालन करने के सम्बन्ध में स्थानीय अधिकारियों को निर्देश दिया।
केरला के 11 और महाराष्ट्र के 6 जिलों में कोरोना के मामलों में वृद्धि देखी गई। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इन 11 जिलों में एर्नाकुलम, तिरुवनंतपुरम, कोट्टायम, कोझीकोड, पठानमथिट्टा, इडुक्की, अलाप्पुझा, कोल्लम, कन्नूर, मलप्पुरम और वायनाड शामिल है। वहीं महाराष्ट्र के 6 जिलों में मुंबई, पुणे, मुंबई सबअर्बन, ठाणे, रायगड और पालघर शामिल है। केरल में पिछले 2 हफ़्तों में नए मामले 4,139 से बढ़कर 6,556 हो गए। वहीं महाराष्ट्र में मामलों की संख्या 2,471 से बढ़कर 4,883 हो गई। राष्ट्रीय स्तर पर देखें तो कुल मामलों के 54 फीसदी मामले इन्हीं दो राज्यों से हैं।
वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि तमिलनाडु के चेन्नई और चेंगलपट्टू जिलों में और कर्नाटक के बैंगलोर जिले में भी संक्रमण के मामलों में वृद्धि हुई है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि भारत की तीन कोविड लहरों और देश के उच्च टीकाकरण अभियान से उत्पन्न प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया लोगों को गंभीर बीमारी से बचाएगी। हालांकि नए संक्रमण वायरस के माध्यम से उभर सकते हैं, जो संक्रमण का कारण बनते हैं।
कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर एक वैज्ञानिक ने द टेलीग्राफ को बताया कि, “उम्मीद है कि हम न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर में मिनी-वेव्स देखते रहेंगे। लेकिन भविष्य में बड़े पैमाने पर बीमारी गंभीर रूप धारण नहीं करेगी, जब तक कि वायरस नाटकीय रूप से अपना स्वभाव नहीं बदलता, जैसा कि अल्फा, डेल्टा और ओमीक्रोन में होता है।
बता दें कि पिछले 24 घंटों में कोरोना के 4041 नए मामले सामने आये हैं, जबकि 2363 लोग कोरोना से पूरी तरह स्वस्थ हुए हैं। पिछले 24 घंटों में कोरोना के कारण 10 लोगों की मृत्यु भी हुई है। वर्तमान में भारत में करीब 21,400 कोरोना वायरस के सक्रिय मरीज हैं।