चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को 24 घंटे के लिए चुनाव प्रचार करने से रोक दिया है। इस मुद्दे पर कांग्रेस समर्थक आचार्य प्रमोद कृष्णन ने एक टीवी डिबेट के दौरान कहा कि एक अकेली ममता बनर्जी ही तो बीजेपी से लड़ रही है लेकिन उनपर भी बैन लगवा दिया गया है। हालांकि कांग्रेस और टीएमसी पश्चिम बंगाल में एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रही है।

न्यूज 18 इंडिया पर आयोजित डिबेट शो में आचार्य प्रमोद कृष्णन ने कहा कि सिर्फ 24 घंटे ही क्यों 24 दिन के लिए रोक लगाना चाहिए था। एक अकेली ममता बनर्जी ही पश्चिम बंगाल में भाजपा के खिलाफ लड़ रही है। इसलिए आप उनको चुनाव प्रचार रोक से दो, हमला करवाओ, जो मर्जी करवाओ क्योंकि आपको लग रहा है कि किसी भी कीमत में ममता बनर्जी को पश्चिम बंगाल से हटाना है।

आगे आचार्य प्रमोद कृष्णन ने कहा कि ममता बनर्जी लोकतांत्रिक तौर पर मुख्यमंत्री चुनी गई हैं। साथ ही आचार्य प्रमोद कृष्णन ने कहा कि अगर पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को लग रहा है कि ममता बनर्जी केंद्रीय बलों पर हमला करवा रही है तो वे उन्हें बर्खास्त क्यों नहीं कर रहे हैं। क्या इस देश के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री कमजोर हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि क्या सिर्फ चुनावी फायदा लेने के लिए प्रधानमंत्री और गृहमंत्री कह रहे हैं कि ममता बनर्जी केंद्रीय बलों पर हमला करवा रही है। 

पिछले दिनों ममता बनर्जी ने एक चुनावी रैली में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों से एकजुट होकर वोट करने की अपील की थी। जिसके बाद चुनाव आयोग ने उन्हें नोटिस थमा दिया था। कहा यह जा रहा है कि इन्हीं बयानों के कारण मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर 24 घंटे का बैन लगाया गया है। इसके अलावा केंद्रीय बलों के लिए दिए गए बयान पर भी चुनाव आयोग ने ऐतराज जताया है।

आयोग ने ममता बनर्जी के बयानों को अत्यधिक अपमानजनक और लॉ एंड आर्डर के लिए खतरा बताते हुए 24 घंटे का बैन लगाया है। बैन लगने के बाद ममता बनर्जी 12 अप्रैल की रात 8 बजे से 13 अप्रैल की रात 8 बजे तक किसी भी तरह का चुनाव प्रचार नहीं कर पाएंगी।