देश में एक ओर जहां कृषि कानूनों के विरोध में किसान लगातार आंदोलन में जुटे हैं, वहीं भाजपा और कांग्रेस आपस में ही आरोप-प्रत्यारोप में उलझे हैं। एक टीवी डिबेट में भी दोनों पार्टी के नेताओं के बीच ऐसा ही नजारा देखने को मिला। दरअसल, यहां किसान प्रदर्शन पर बहस के दौरान कांग्रेस प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह ने तंज कसते हुए कहा कि मोदीजी या गोदीजी को इतना अहसान करने की आवश्यकता नहीं है। वे अपना यह अहसान वाला बिल रख लें, बिना उसके किसान खुशहाल हैं।
हालांकि, इस पर राजनीतिक विश्लेषक संगीत रागी भड़क गए और कहा कि अखिलेश जी देश की जनता ने कांग्रेस के मैनिफेस्टो से सरकार चलाने का बहुमत दिया था क्या। रागी ने आगे कहा, “माननीय अडाणी के साथ रॉबर्ट वाड्रा को भी जोड़ लें। जमीन हड़पने में कॉरपोरेट का ही नाम क्यों लेते हैं, रॉबर्ट वाड्रा का भी नाम ले लें।”
इस पर अखिलेश सिंह ने कहा कि ये कैसा तर्क देते हैं आप लोग, कुछ तो दिमागी तर्क दिया करें, कुछ तो बौद्धिकता का परिचय दिया करें। इतना मत गोदी मीडिया हो जाइए कि बौद्धिकता का परिचय ही न दे पाएं। हालांकि, संगीत रागी ने फिर पलटवार करते हुए कहा, “सारे तर्क तो राहुल गांधी के पास हैं, जिन्हें धान और गेहूं का फर्क नहीं पता। राहुल गांधी जी के पास सबसे ज्यादा तर्क हैं।”
अखिलेश सिंह की ओर से बार-बार पैनलिस्ट को गोदी मीडिया बुलाए जाने पर एंकर ने भी अखिलेश सिंह को रोका। एंकर ने कहा, “अखिलेश जी आप अपनी बात को रखिए, क्यों बार-बार गोदी मीडिया-गोदी मीडिया कर रहे हैं। आप अपनी बात रखने में सक्षम हैं। अगर बात रखने में सक्षम नहीं हैं, तो बोलिए कि मुझे हर चीज का आरोप मीडिया पर डालना पड़ता है। आपसे आपके मैनिफेस्टो पर सवाल पूछे गए तो तकलीफ हो गई। आप अपनी ही बात रखिए न।”