कांग्रेस नेता शशि थरूर का कहना है कि केंद्र सरकार ने जिस तरह किसानों के आंदोलन के प्रति व्यवहार किया है उससे देश की अंतरराष्ट्रीय छवि पर असर पड़ा है। थरूर ने कहा कि महज देश की कुछ हस्तियों द्वारा सरकार के समर्थन में ट्वीट करने से कुछ होने वाला नहीं है। मालूम हो कि किसानों के आंदोलन को लेकर अंतरराष्ट्रीय हस्तियों के ट्वीट करने के बाद देश की कुछ हस्तियों ने इसका जवाब दिया है। थरूर ने कहा कि सरकार ने किसानों के साथ अलोकतांत्रिक व्यवहार किया है। सरकार ने अब तक अपना जिद्दी रवैया ही दिखाया है।
बता दें कि सिंगर रिहाना और क्लाइमेट एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग ने किसानों के समर्थन में अपनी बात रखी है। वहीं बॉलीवुड और क्रिकेट जगत के लोगों ने सरकार के बयान का समर्थन किया है। शशि थरूर ने ट्वीट किया, “भारत सरकार द्वारा देश की हस्तियों को विदेशी हस्तियों का जवाब देने के लिए कहना शर्मिंदगी भरा है। मोदी सरकार के जिद्दी और अलोकतांत्रिक व्यवहार से देश की छवि को नुकसान हुआ है। ये किसी क्रिकेटर के ट्वीट से सुधरेगी नहीं। ” मालूम हो कि थरूर देश के पूर्व विदेश मंत्री भी रह चुके हैं।
बता दें कि सचिन तेंदुलकर, रवि शास्त्री और अनिल कुंबले ने #IndiaTogether #IndiaAgainstPropaganda को रिट्वीट किया है। थरूर ने कहा कि सरकार को कानून वापिस लेने चाहिए और किसानों से समाधान पर बात करनी चाहिए। इसके बाद #IndiaTogether हो जाएगा।
वहीं, कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने कहा कि ये अच्छी बात है कि रिहाना और ग्रेटा के ट्वीट से भारत सरकार जागी है। इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा था कि किसानों का आंदोलन भारत का आंतरिक मामला है।
एक बयान में, विदेश मंत्रालय ने किसान आंदोलन पर रिहाना और अन्य हस्तियों द्वारा की गई टिप्पणी को खारिज किया और कहा कि इस पर टिप्पणी करने से पहले इस मुद्दे पर तथ्यों का पता लगाया जाना चाहिए था।