अगले साल की शुरुआत में पंजाब विधानसभा चुनाव होने को हैं। पंजाब विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राज्य की कांग्रेस इकाई ने 3 जनवरी को मोगा में एक रैली बुलाई थी। इसमें कांग्रेस सांसद राहुल गांधी भी शामिल होने वाले थे। लेकिन अब कांग्रेस नेता राहुल गांधी के विदेश जाने की खबर सामने आने पर प्रदेश कांग्रेस ने इस रैली को रद्द कर दिया है।

सूत्रों के अनुसार राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी के 137वें स्थापना दिवस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के एक दिन बाद बुधवार को विदेश के लिए रवाना हो गए। सूत्रों ने यह भी बताया कि राहुल गांधी इस बार नया साल इटली में मना सकते हैं जहां वे पिछली बार की तरह इस बार भी अपनी नानी के साथ रहेंगे। 

कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी राहुल गांधी के विदेश जाने की पुष्टि की है। रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि राहुल गांधी अपनी व्यक्तिगत यात्रा पर हैं। भाजपा और उसके मीडिया मित्रों को अनावश्यक रूप से अफवाह नहीं फैलानी चाहिए। पार्टी सूत्रों के अनुसार राहुल गांधी 15 और 16 जनवरी को पंजाब और गोवा में रैली को संबोधित कर सकते हैं।

अगले पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले गुटबाजी और कई नेताओं के पार्टी छोड़ने की वजह से उपजी समस्याओं से जूझ रही कांग्रेस इकाई के लिए राहुल गांधी की विदेश यात्रा ने बैचेनी पैदा कर दी है। पार्टी के एक नेता ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि 3 जनवरी को होने वाली मोगा रैली को शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा था।   

राज्य की कांग्रेस इकाई के नेताओं ने कहा कि पार्टी ने रैली के लिए व्यवस्था करना शुरू कर दिया था और आयोजन स्थल को भी अंतिम रूप दे दिया गया था। एक नेता ने यह भी कहा कि हमें तो यह भी पता नहीं था कि वे विदेश गए हैं। हमें तो इसकी जानकारी तब मिली जब जब विपक्षी पार्टी ने इस मुद्दे को उठाया और रणदीप सुरजेवाला ने राहुल गांधी के दौरे का बचाव किया। 

राज्य की कांग्रेस इकाई के नेता ने कहा कि अब रैली को स्थगित कर दिया गया है। हमें उम्मीद थी कि राहुल गांधी सीएम चरणजीत सिंह चन्नी, पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू और दूसरे नेताओं को एक मंच पर ले आएंगे। जिससे अलग अलग स्वर रखने वाले नेताओं से पार्टी को होने वाले नुकसान को भी रोका जा सकेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि अब राहुल गांधी के नहीं रहने से टिकट वितरण में भी देरी होगी।

गौरतलब है कि अगले पंजाब विधानसभा चुनाव के मद्देनजर जहां नवजोत सिंह सिद्धू मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने की मांग कर रहे हैं वहीं पार्टी के कई नेताओं ने कहा कि वे उन्हें करीब से देख रहे हैं। एक कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि हम उम्मीद कर रहे हैं कि शीर्ष नेतृत्व इसमें हस्तक्षेप करेगा और सिद्धू को नियंत्रित करने की कोशिश करेगा। लेकिन ऐसा लग रहा है कि उन्होंने सभी को फ्री छोड़ दिया है।