वीर सावरकर और नाथूराम गोडसे के बीच शारीरिक संबंध बताने को लेकर BJP नेता उमा भारती Congress पर बुरी तरह भड़की हैं। उन्होंने कहा है कि मुख्य विपक्षी दल अपना दिमाग खो चुकी है और इसलिए उसे मनोवैज्ञानिक की जरूरत है। समाचार एजेंसी ANI से शुक्रवार को उन्होंने बताया- कांग्रेस को मनोवैज्ञानिक की जरूरत है। उनकी ओर से जो कुछ भी किताब में लिखा गया है, वह निंदनीय है। वह अपना मानसिक संतुलन (दिमाग) खो चुकी है। किताब (कांग्रेस सेवा दल की) में जो चीजें भी हैं, वे आधारहीन हैं।
बीजेपी का दामन छोड़ महाराष्ट्र में NCP और INC के साथ गठबंधन में जाने वाली शिवसेना पर वार करते हुए उन्होंने पूछा, “अब मैं देखना चाहती हूं कि अब उद्धव ठाकरे क्या करेंगे? क्या वे अभी भी कांग्रेस के साथ रहेंगे? मैं जानना चाहती हूं।”
इससे पहले, कांग्रेस सेवा दल की एक पुस्तक में वीर सावरकर और नाथूराम गोडसे के बीच कथित संबंध से जुड़े दावे को लेकर शिवसेना और भाजपा ने शुक्रवार को कांग्रेस पर निशाना साधा। महाराष्ट्र में कांग्रेस की सहयोगी शिवसेना ने कहा कि जिनके दिमाग में ”गंदगी” भरी है वो सावरकर की आलोचना करते हैं। दूसरी तरफ, भाजपा ने कांग्रेस से माफी की मांग की।
विवाद खड़ा होने के बाद कांग्रेस के फ्रंटल संगठन सेवा दल के प्रमुख लालजी देसाई ने कहा कि संगठन को सावरकर के ‘माफी मांगने और दो राष्ट्र के उनके सिद्धांत’ को लेकर आपत्ति है। देसाई ने यह भी कहा कि यह पुस्तक एक साल पहले की है और इसमें ‘फ्रीडम एट मिडनाइट’ नामक किताब का हवाला दिया गया है, हालांकि इस पर मीडिया का ध्यान अब गया है।
शिवसेना नेता संजय राउत ने मुंबई में कहा, ‘‘ सावरकर महान थे और महान रहेंगे। उन्होंने कहा कि जो उनकी आलोचना करते हैं उनके दिमाग में गंदगी भरी हुई है।’’ भाजपा महासचिव अनिल जैन ने कांग्रेस पर तुच्छ राजनीति करने का आरोप लगाते हुए दिल्ली में संवाददाताओं से कहा कि ‘दुनिया कांग्रेस नेताओं के कई संबंधों के बारे में जानती है’ लेकिन वह इस बारे में बात नहीं करना चाहते।
क्या है पूरा मामला?: दरअसल, कांग्रेस सेवा दल की बुकलेट में वीर सावरकर और नाथूराम गोडसे के बीच शारीरिक संबंधों की बात का दावा किया गया है। इस पुस्तिका का नाम ‘वीर सावरकर कितने वीर?’ है, जो कि कांग्रेस सेवा दल के 10 दिन चले कैंप के दौरान बांटी गई थी। बुकलेट में लैरी कॉलिंस और डॉम्निक लैपिरे द्वारा लिखित ‘फ्रीडम एट मिडनाइट’ किताब के 423 नंबर पेज का हवाला देते हुए कहा गया है- गोडसे के उनके ‘राजनीतिक गुरु’ वीडी सावरकर के साथ समलैंगिक संबंध थे।