संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है। लोकसभा में सोमवार को राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे होने पर चर्चा हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सत्ता पक्ष की ओर से चर्चा की शुरुआत की तो वहीं विपक्ष की ओर से कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने मोर्चा संभाला। गौरव गोगोई ने कहा कि मुस्लिम लीग चाहती थी कि ‘वंदे मातरम’ का बहिष्कार किया जाए चाहिए लेकिन कांग्रेस ने ऐसा करने से मना किया।
गौरव गोगोई ने मुस्लिम लीग और हिंदू महासभा की तुलना की
गौरव गोगोई ने कहा, “मुस्लिम लीग चाहती थी, पूरे वंदे मातरम का बहिष्कार होना चाहिए। लेकिन मुस्लिम लीग को ये अधिकार कहां से मिला? क्या मुस्लिम लीग के अनुसार हमारा देश चलेगा? क्या मुस्लिम लीग के अनुसार कांग्रेस पार्टी चलेगी? नहीं… ऐसा नहीं हो सकता। उस समय के जो हमारे नेता थे मौलाना आजाद साहब, उन्होंने उसी समय कहा मुझे वंदे मातरम में कोई भी आपत्ति नहीं है। यह फर्क है कांग्रेस के मौलाना आजाद और मुस्लिम लीग के मोहम्मद अली जिन्ना में।”
राजनीतिक उद्देश्य के लिए मुस्लिम लीग और हिंदू महासभा एक हो जाते हैं- गौरव गोगोई
गौरव गोगोई ने आगे कहा, ” लाख विरोध और रोक की कोशिश के बाद भी 1937 की कांग्रेस वर्किंग कमेटी में निर्णय लिया गया कि जहां भी राष्ट्रीय हित के लिए लोग इकट्ठा होंगे, वहां शुरुआत में वंदे मातरम की पहली दो पंक्ति गाई जाएगी। लेकिन इस सिद्धांत की आलोचना मुस्लिम लीग ने तो की वहीं हिंदू महासभा ने भी इसकी आलोचना की। कभी-कभी राजनीतिक उद्देश्य के लिए मुस्लिम लीग और हिंदू महासभा एक हो जाते हैं। मुस्लिम लीग और हिंदू महासभा दोनों ने राजनीतिक रूप से वंदे मातरम को एक उद्देश्य के साथ देखा और दोनों ने कांग्रेस पार्टी की उस समय आलोचना की थी।”
गौरव गोगोई ने कहा कि जिस मुस्लिम लीग ने कहा कि पूरे ‘वंदे मातरम्’ का बहिष्कार करो, उस मुस्लिम लीग को हमने संविधान सभा में करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा, “हमने सीधे कहा था कि हम मुस्लिम लीग की बात मानने वाले नहीं हैं और हम ‘वंदे मातरम्’ को राष्ट्रीय गीत का दर्जा देंगे। उसी संविधान सभा में यह भी कहा गया था कि ‘जन-गण-मन’ हमारा राष्ट्रगान होगा और ‘वंदे मातरम्’ हमारा राष्ट्रीय गीत होगा। हमारे इस प्रस्ताव से सहमत होने वाले लोगों में राजेंद्र प्रसाद जी, सी. राजगोपालाचारी जी, जीबी पन्त जी, मौलाना आजाद जी और रविशंकर शुक्ल जी मुख्य थे।”
बीजेपी पर कांग्रेस ने साधा निशाना
गौरव गोगोई ने कहा कि आज देश के लोग अनेक समस्या उठा रहे हैं, लेकिन प्रधानमंत्री के भाषण में वो बातें ही नहीं हैं। उन्होंने कहा कि देश की राजधानी में बम विस्फोट हुआ, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार भी उसकी बात नहीं की। गौरव गोगोई ने कहा कि हम ‘वंदे मातरम्’ की 150वीं जयंती मना रहे हैं, लेकिन क्या हम वर्तमान के भारत को सुरक्षा दे पा हे हैं? क्या हमने दिल्ली और जम्मू-कश्मीर के लोगों को सुरक्षा दी?
