राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी सरकार पर जमकर बरसे। अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि सचिन तेंदुलकर और लता मंगेशकर जैसी शख्सियत को गुमराह किया जा रहा है। इस दौरान अधीर चौधरी के पीछे बैठे राहुल गाँधी का रिएक्शन काफी रोचक था। राहुल गाँधी अधीर चौधरी के भाषण के दौरान गले पर हाथ रख कर शांत मुद्रा में बैठे हुए थे।
लोकसभा में अपने संबोधन के दौरान कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि सचिन तेंदुलकर और लता मंगेशकर जैसी शख्सियत को गुमराह किया जा रहा है। साथ ही अधीर ने कहा कि क्या हमारा देश इतना कमजोर है कि एक 18 वर्षीय लड़की ग्रेटा थनबर्ग को आंदोलनकारी किसानों के पक्ष में बोलने के लिए अपना दुश्मन मान रहा है। इसके अलावा अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि जब लाखों किसान दिल्ली की सीमाओं पर बैठे हों तो हम चुप नहीं रह सकते हैं। इस आंदोलन में 206 से अधिक किसानों ने अपनी जान गंवाई है। साथ ही अधीर चौधरी ने कहा कि किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने से रोकने के लिए रास्तों में कील लगा दी गयी है।
किसान आंदोलन का जिक्र करते हुए कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने सरकार पर सवाल करते हुए कहा कि आप एक तरफ मुसलमान और दूसरी तरफ किसान के खिलाफ जंग छेड़े हुए हैं। संसद से कुछ किलोमीटर की दूरी पर हजारों किसान दो महीने से बैठे हैं। 200 से ज्यादा किसानों की जान चली गई। प्रधानमंत्री को किसानों के साथ बातचीत करने की फुर्सत नहीं है क्या? इतना अहंकार क्यों है? इसके अलावा अधीर चौधरी ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि आप बहुमत का बाहुबल बंद करिए। आपके ऊपर खतरा मंडरा रहा है और पंजाब, हरियाणा तथा उत्तर प्रदेश में भाजपा को नुकसान उठाना पड़ेगा।
साथ ही अधीर रंजन चौधरी ने 26 जनवरी को लालकिले पर हुई घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि अमित शाह जैसे ताकतवर गृह मंत्री रहते कुछ उपद्रवी लाल किले पर कैसे पहुंचे, यह बड़ा सवाल है। क्या इसकी कोई तफ्तीश नहीं होगी? गणतंत्र दिवस पर जब राजधानी में सबसे अधिक सुरक्षा रहती है, तब ऐसा कैसे हुआ? चौधरी ने कहा कि सच तो यह है कि आप चाहते थे कि कुछ घटना घटे ताकि लोगों का ध्यान भटकाया जा सके। यह आपकी सोची-समझी साजिश है। आपने अपने लोगों को किसान के भेष में वहां पहुंचा दिया। अगर जांच हो जाए तो पता चल जाएगा कि सरकार इसके पीछे है। अगर ऐसा नहीं है तो जेपीसी की इसकी जांच कराएं।