Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ ने कांग्रेस संगठन से अपनी नाराजगी जताई है। उन्होंने भरी मीटिंग में कहा कि मुझसे कुछ पूछा नहीं जाता। मीटिंग की जानकारी भी नहीं दी जाती। इस मीटिंग में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, विधानसभा में नेता विपक्ष उमंग सिंघार, कमल नाथ, दिग्विजय सिंह और राज्य पीएसी के अन्य सदस्य शामिल हुए। कमलनाथ की इस बात का पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन ने भी समर्थन किया है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस नेता कमलनाथ ने वर्चुअल मीटिंग में कहा, ‘आजकल ऐसा चल रहा है कि नियुक्तियों में मुझसे पूछा तक नहीं जाता। चाहे किसी की नियुक्ति हो, लेकिन वरिष्ठ नेताओं से चर्चा करनी चाहिए। हमारी बैठकों की कोई जानकारी नहीं मिलती। मैं अखबार से पता करता हूं कि कांग्रेस की मीटिंग थी।’ पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन ने कमल नाथ के बयान का समर्थन किया। दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘मैं भी कमल नाथ की बात से सहमत हूं। बिना एजेंडे के मीटिंग बुलाई जाती है और कभी-कभी एजेंडा बहुत देर से मिलता है।’

पार्टी का बचाव करते हुए पीसीसी प्रवक्ता अब्बास हफीज ने कहा, ‘कमलनाथ हमारे प्रदेश के सबसे वरिष्ठ नेता हैं। हम सब उनसे जुड़े हुए हैं। कांग्रेस पार्टी की परंपरा है कि वरिष्ठ नेताओं का हमेशा सम्मान किया जाता है। अगर कमल नाथ ने अपनी नाराजगी जाहिर की है, तो हम सब एक मंच पर हैं और पार्टी मिलकर प्रदेश की जनता के लिए काम करेगी। पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ और दिग्विजय सिंह पार्टी के मुख्य अंग हैं और पीसीसी चीफ जीतू पटवारी की भी व्यवस्था में जरूरत है।’

बदल गया कांग्रेस मुख्यालय का पता

बीजेपी ने कसा तंज

वहीं मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि सभी की राय के आधार पर निर्णय लिए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वे अलग से कमल नाथ से बात करेंगे। कमलनाथ की नाराजगी पर बीजेपी ने भी तंज कसा है। प्रदेश बीजेपी मीडिया सेल के चीफ आशीष अग्रवाल ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘जब से जीतू पटवारी ने प्रदेश इकाई की कमान संभाली है, उनका एकमात्र उद्देश्य कमल नाथ और दिग्विजय सिंह गुटों को नुकसान पहुंचाना है। यही कारण है कि कांग्रेस कार्यकर्ता पार्टी छोड़ रहे हैं।’

कांग्रेस पार्टी निकालेगी यात्रा

बता दें कि कांग्रेस पार्टी गणतंत्र दिवस पर महू से जय बापू, जय भीम, जय संविधान यात्रा शुरू करने की प्लानिंग कर रही है। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी इस मार्च का नेतृत्व करेंगी। उनके साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री, पार्टी के सांसद और अन्य केंद्रीय नेता भी इस मार्च का नेतृत्व करेंगे। दिल्ली में बीजेपी, AAP और कांग्रेस को कितना नुकसान पहुंचाएंगे ओवैसी-मायावती पढ़ें पूरी खबर…