किसानों के समर्थन में कांग्रेस की ओर से शनिवार को मध्यप्रदेश में राजभवन का घेराव करने के लिए मार्च निकाला गया। भोपाल में राजभवन की तरफ जा रहे कांग्रेसियों पर पुलिस के द्वारा पानी का बौछार किया गया। साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह समेत करीब 20 कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वहीँ उत्तराखंड में भी किसानों ने राजभवन कूच का कार्यक्रम बुलाया था। देहरादून में राजभवन का घेराव करने के क्रम में पुलिस और किसानों के बीच तीखी नोकझोंक और झड़प भी हुई।

केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए तीनों कृषि क़ानूनों के विरोध में मध्यप्रदेश कांग्रेस ने राजभवन घेराव का कार्यक्रम आयोजित किया था। लेकिन पुलिस ने कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को राजभवन पहुँचने से पहले ही रोशनपुरा चौराहे पर ही रोक लिया। इस दौरान पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को काबू में करने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल किया और आंसू गैस के गोले भी छोड़े। साथ ही पुलिस ने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह , विधायक जयवर्धन सिंह समेत 20 काँग्रेसी नेताओं को हिरासत में ले लिया।

कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर आँसू गैस के गोले छोड़े जाने और वाटर कैनन के इस्तेमाल पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान पर जोरदार हमला बोला। कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए लिखा कि किसानों के समर्थन में आज मध्यप्रदेश के भोपाल में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हज़ारों किसान भाइयों व कांग्रेसजनो पर शिवराज सरकार के इशारे पर किये गये बर्बर लाठीचार्ज, आंसू गैस व वाटर कैनन छोड़े जाने की व गिरफ़्तारी की कड़ी निंदा करता हूँ। साथ ही उन्होंने कहा कि किसानों के समर्थन में हमारा संघर्ष जारी रहेगा, हम ऐसे दमन से डरने-दबने वाले नहीं है।

इसके अलावा देहरादून में भी तीनों कृषि कानून के खिलाफ राजभवन कूच कर रहे किसानों ने प्रदर्शन करते हुए ट्रैक्टर रैली निकाली। देहरादून के टोल बैरियर पहुँचने पर ही ट्रैक्टर रैली को पुलिस ने रोक लिया। जिसके बाद राजभवन की तरफ जाने को लेकर किसानों और पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक हुई। पिछले 59 दिन से दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में उत्तराखंड के किसानों ने आज राजभवन कूच की योजना बनाई थी।