कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मणिशंकर अय्यर ने अपनी आत्मकथा पर आधारित दूसरी किताब को लांच कर दिया है। इस किताब का नाम ‘A Maverick in Politics’ है। मणिशंकर अय्यर ने इंडियन एक्सप्रेस से विशेष बातचीत की और अपनी राजनीति, कांग्रेस में अपने कार्यकाल और गांधी परिवार के साथ अपने रिश्तों के बारे में विस्तार से बताया है।
इंडिया गठबंधन के नेता को लेकर बोले अय्यर
बातचीत के दौरान मणिशंकर से पूछा गया कि क्या आपको लगता है कि कोई अन्य पार्टी इंडिया ब्लॉक का नेतृत्व कर सकती है? इसके जवाब में उन्होंने कहा, “मुझे नहीं लगता कि यह कोई प्रासंगिक प्रश्न है। मेरा मानना है कि कांग्रेस को गुट का नेता न बनने के लिए तैयार रहना चाहिए। जो नेता बनना चाहता है उसे नेता बनने दो। ममता बनर्जी में क्षमता है और गठबंधन में अन्य लोगों में क्षमता है।”
मणिशंकर अय्यर ने आगे कहा, “इसलिए, मुझे इसकी परवाह नहीं है कि नेता कौन बनता है क्योंकि मुझे लगता है कि कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस नेता की स्थिति हमेशा प्रमुख रहेगी। यह केवल एक ही होना जरूरी नहीं है। यह इंडिया ब्लॉक में प्रमुख होगा। मुझे यकीन है कि गठबंधन के नेता के रूप में राहुल के साथ और भी अधिक सम्मान किया जाएगा।”
राहुल को लेकर मणिशंकर का बयान
अय्यर ने 2018 में पार्टी से निलंबित होने के बाद राहुल गांधी को लिखे एक पत्र का जिक्र किया है। इसपर मणिशंकर अय्यर ने कहा, “मेरे निलंबन के बाद, प्रियंका मेरे द्वारा राहुल को उनके जन्मदिन पर शुभकामना देते हुए एक पत्र भेजने के लिए सहमत हो गई थी। मैंने उससे कहा कि मैं सीधे शुभकामनाए नहीं भेज सकता क्योंकि मैं निलंबित हूं। मैंने पत्र का पहला ड्राफ्ट अपनी पत्नी को दिखाया, जो कांग्रेसी महिला नहीं हैं, लेकिन तीखी आलोचक हैं। उसने इसे देखा और कहा कि मैं इस तरह क्यों घबरा रहा हूं और मैं उससे 30 साल बड़ा हूं। मैंने चैप्टर बदल दिया और उसे अपना दूसरा ड्राफ्ट दिखाया। फिर, मैंने तीसरा ड्राफ्ट लिखा और भेजा।”
मणिशंकर ने आगे कहा, “हरेक राजनीतिक दल, संगठन या एनजीओ का अपना मुहावरा और संस्कृति होती है। भाजपा के लिए, आप पीएम मोदी की प्रशंसा किए बिना दो पंक्तियां नहीं लिख सकते। मुझे यह कहते हुए खेद है कि हमारी कांग्रेस में भी ऐसी ही संस्कृति रही है। हालांकि यहां उतनी गुलामी नहीं है जितना भाजपा में है। उन्होंने (राहुल) अगस्त 2018 में मेरा निलंबन हटा दिया। मुझे लगता है कि मेरे पत्र का इससे कुछ लेना-देना हो सकता है।” पढ़ें मणिशंकर अय्यर ने सोनिया, राहुल और प्रियंका पर क्या कहा?