Congress Taunt on BJP: इधर बिहार में जेडीयू एनडीए से अलग हुई उधर सोशल मीडिया पर लोगों के कमेंट्स आने शुरू हो गए। अभी नीतीश कुमार ने इस्तीफा दिया है और अगली सरकार बनाने का दावा पेश किया है। तब तक कांग्रेस नेता अशोक बसोया ने ट्विटर पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का एक सप्ताह पुराना वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में बीजेपी अध्यक्ष ये कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि एक दिन ऐसा आएगा जब देश से क्षेत्रीय पार्टियां खत्म हो जाएंगी और सिर्फ भारतीय जनता पार्टी ही एकमात्र सियासी पार्ट रह जाएगी।
कांग्रेस नेता का शेयर किया हुआ ये वीडियो एक तरह से बीजेपी अध्यक्ष पर बड़ा तंज है। क्योंकि उन्होंने कहा था क्षेत्रीय पार्टियां साफ और यहां नीतीश कुमार ने खेला करके बिहार से बीजेपी को ही साफ कर दिया। कांग्रेस नेता ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, ‘यह थोड़े दिन पहले ज्ञान दे रहे थे, और आज #Bihar में भाजपा साफ़!’ जेपी नड्डा का ये वीडियो एक अगस्त का है जब वो बिहार की राजधानी पटना गए थे। नड्डा बिहार बीजेपी के 16 जिला कार्यालयों का उद्घाटन किया था।
जानिए क्या बोले थे नड्डा
एक अगस्त को पटना में बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा था,’भारतीय जनता पार्टी के विरोध में लड़ने वाली कोई राष्ट्रीय पार्टी बची नहीं। नड्डा ने कहा था उनकी पार्टी की असली लड़ाई परिवारवाद और वंशवाद से है। उन्होंने कार्यकर्ताओं की तारीफ करते हुए कहा कि कुछ नहीं मिलता… कुछ नहीं मिलेगा… तब भी लोग लगे हैं।’ नड्डा ने ये भी कहा था, ‘बीजेपी ने 750 जिलों को मार्क किया और आज 250 कार्यालय बन कर तैयार हैं, जबकि 512 कार्यालयों पर काम चल रहा है।’
40 साल में भी वो हमारे बराबर नहीं खड़े हो सकते
जेपी नड्डा ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा था, ‘लोग कांग्रेस की बात करते हैं, मैं कहता हूं वो अगले 40 साल भी लगाकर वो हमारे बराबर नहीं खड़ी हो सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि हम जिस तरह की पार्टी हैं वो 2 दिनों में नहीं आता है। नड्डा ने कहा ये संस्कार से आता है और संस्कार हमें कार्यालय से मिलता है हमने कभी अपने कार्यालय को ऑफिस नहीं कहा। हमारी पार्टी की विचारधारा इतनी मजबूत है कि लोग 20 साल दूसरी पार्टियों में रहकर उन्हें छोड़कर हमारी पार्टी में आ रहे हैं।’
JDU ने कहा था लोकतंत्र में क्षेत्रीय दल भी रहेंगे
जेपी नड्डा के बयान पर जेडीयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा था कि जब राष्ट्रीय पार्टियों ने जन आकांक्षा को पूरा नहीं किया तभी क्षेत्रीय दलों का उदय हुआ। क्षेत्रीय दलों के उदय के बाद देश की राजनीति में गठबंधन जरूरी हो गए, क्योंकि स्थानीय जनमानस की आकांक्षाओं को क्षेत्रीय दल ही पूरा कर रहे थे। भारत में लोकतंत्र है तो स्वाभाविक रूप से क्षेत्रीय और राष्ट्रीय दल दोनों रहेंगे।