कांग्रेस के प्रवक्ता जयवीर शेरगिर ने कहा है कि पता नहीं कौन सबसे खराब था। बाबा रामदेव का कोरोनिल लॉन्च करने वाले पूर्व स्वास्थ्य मंत्री या वर्तमान जिसने घोषित किया है कि ऑक्सीजन की कमी से कोई मौत नहीं हुई। गौरतलब है कि सरकार ने मंगलवार को राज्यसभा में बताया कि दूसरी लहर के दौरान विशेष रूप से राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों ने ऑक्सीजन की कमी के कारण किसी की भी मौत की जानकारी नहीं दी है।
बताते चलें कि पतंजलि की तरफ से लाए गए कोरोनिल दवा को लॉन्च करने के लिए तत्कालिन स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन और नितिन गडकरी पहुंचे थे। स्वास्थ्य मंत्री के कदम की उस दौरान काफी आलोचना भी की गयी थी। मंगलवार को सरकार की तरफ से संसद में दिए गए बयान की विपक्षी दलों की तरफ से जमकर आलोचना की जा रही है। कांग्रेस नेता के सी वेणुगोपाल ने कहा कि वह मंत्री के खिलाफ विशेषाधिकार हनन नोटिस लाएंगे क्योंकि उन्होंने सदन को ‘गुमराह’ किया है।
कांग्रेस पार्टी ने मंगलवार को स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार पर ”गलत सूचना” देकर संसद को गुमराह करने का आरोप लगाया कि कोविड महामारी की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी के कारण किसी की मौत नहीं हुई।
वेणुगोपाल ने कहा कि सभी ने देखा है कि राष्ट्रीय राजधानी सहित कई राज्यों में ऑक्सीजन की कमी के कारण कैसे लोगों की मौत हुई। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ”दरअसल, मंत्री ने सदन को गुमराह किया और मैं निश्चित रूप से मंत्री के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव पेश करूंगा क्योंकि मंत्री ने गलत जानकारी देकर सदन को गुमराह किया।”
सरकार पर कटाक्ष करते हुए, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि सरकार में ”संवेदनशीलता और सच्चाई की भारी कमी” है। उन्होंने ट्वीट किया, ”सिर्फ़ ऑक्सीजन की ही कमी नहीं थी। संवेदनशीलता व सत्य की भारी कमी तब भी थी, आज भी है।”