जहांगीरपुरी हिंसा के बाद बुलडोजर से हुई कार्यवाही को कांग्रेस नेता शशि थरूर ने असंवैधानिक बताया है। इसके साथ उन्होंने कहा कि इस तरह की कार्यवाही कर सरकार एक विशेष समुदाय को खास संदेश देने की कोशिश कर रही है।

मीडिया से बातचीत करते हुए शशि थरूर ने कहा कि मैं सरकार की ओर से की गई इस कार्यवाही को गलत मानता हूं। बिना किसी नोटिस और संवैधानिक प्रोसेस का पालन किये बिना सरकार कैसे किसी का घर तोड़ सकती है। यह कार्यवाही बिना जांच पड़ताल के की गई है। यह असंवैधानिक है। किसी का घर तोड़ना तो एक अमानवीय कार्य है।

लोकतंत्र की छवि खराब होगी: थरूर ने कार्यवाही पर सवाल उठाते हुए कहा कि लोकतंत्र में कोई सरकार कैसे एकतरफा कार्यवाही कर सकती है। यूके के पीएम भारत आए हुए हैं। रायसीना डायलॉग चल रहा है जहां 70 देशों के लोग भाग लेंगे। ऐसे में जब वह आएंगे तो इसकी चर्चा होगी ही और हमारे लोकतंत्र छवि को धक्का लगेगा।

नागरिकों के साथ गुंडागर्दी कर रही सरकार: थरूर ने कहा कि सरकार कह रही है कि अतिक्रमण पर कार्यवाही की गई है तो सरकार को हर एक जगह के बारे में जानकारी जुटानी चाहिए थी। बुलडोजर देश में तीन प्रदेशों में चला है। मध्य प्रदेश में उन्होंने एक गरीब महिला का प्रधानमंत्री आवास के तहत बना मकान भीं तोड़ दिया था। दिल्ली में तो डीडीए का लाइसेंस मिली दुकान को तोड़ दिया, ये हमारे नागरिकों के खिलाफ सरासर गुंडागर्दी है।” इसके साथ कहा कि मुझे लगता इस तरह की कार्यवाही कर सरकार एक विशेष समुदाय को एक मेसेज देने की कोशिश कर रही है। अब तुम्हारा इस देश में स्टेटस बदल गया है।

बुलडोजर पर बोले संबित पात्रा: सरकार की ओर से कार्यवाही का बचाव करते हुए भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि फिरोज नाम के एक रेपिस्ट ने 4 साल की बच्ची का रेप किया। कल कोर्ट ने उसकी सजा फांसी से घटाकर 20 साल कर दी। हमने उसके घर पर तो बुलडोजर नहीं चलाया। वहीं मुंबई बम ब्लास्ट के आरोपी याकूब मेनन के घर पर कोई बुलडोजर नहीं चला। भाजपा सरकार में धर्म देखकर नहीं बल्कि कानून के हिसाब से बुलडोजर चलता है।