लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सोमवार (23 दिसंबर) को महाराष्ट्र के परभणी का दौरा किया। राहुल गांधी इस दौरान इसी महीने हुई हिंसा में मारे गए दो लोगों के परिजनों से मुलाकात की। परभणी का दौरा करने के बाद राहुल गांधी ने कहा कि मैं परिवार और उन लोगों से मिला हूं जिन्हें मारा गया और पीटा गया। उन्होंने मुझे पोस्टमार्टम रिपोर्ट, वीडियो, तस्वीरें दिखाईं। यह 100% हिरासत में हुई मौत का मामला है।

मुख्यमंत्री ने झूठ बोला- राहुल

दो लोगों की मौत पर राहुल गांधी ने कहा, “उनकी हत्या की गई है और मुख्यमंत्री ने पुलिस को संदेश देने के लिए विधानसभा में झूठ बोला था। इस युवक की हत्या इसलिए की गई क्योंकि वह दलित था और संविधान की रक्षा करना चाहता है। इस मामले को तुरंत सुलझाया जाए और जिन्होंने ऐसा किया है उन्हें सजा मिलनी चाहिए। कोई राजनीति नहीं की जा रही है। विचारधारा जिम्मेदार है, क्योंकि मुख्यमंत्री ने यह बयान दिया है इसलिए मुख्यमंत्री जिम्मेदार हैं। जिन्होंने उन्हें मारा है वे जिम्मेदार हैं और जितनी जल्दी हो सके कार्रवाई होनी चाहिए।”

बता दें कि अंबेडकरवादी सोमनाथ सूर्यवंशी और विजय वाकोडे विरोध प्रदर्शन में भाग लेने के दौरान मारे गए थे। हालांकि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हाल ही में राज्य विधानसभा में कहा कि सूर्यवंशी ने मजिस्ट्रेट से कहा था कि उन्हें प्रताड़ित नहीं किया गया था। इसके अलावा सीसीटीवी फुटेज में क्रूरता का कोई सबूत नहीं मिला है। फडणवीस ने पहले ही परभणी हिंसा की न्यायिक जांच की घोषणा कर दी है।

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नाटक कर रहे राहुल गांधी- बीजेपी

वहीं राहुल गांधी के कदम को भारतीय जनता पार्टी की स्टेट यूनिट ने ‘नाटक’ करार दिया है। राज्य भाजपा प्रमुख और राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने राहुल गांधी के दौरे को नाटक करार दिया। उन्होंने पत्रकारों से कहा, “इस तरह के नाटक करने के बजाय, इस बात पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए कि रचनात्मक तरीकों से समाज को कैसे लाभ पहुंचाया जा सकता है। भाजपा और राज्य सरकार समाज और सभी समुदायों को एकजुट रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”

पुलिस के अनुसार परभणी जिला केंद्रीय कारागार में न्यायिक हिरासत में रखे गए सूर्यवंशी को सीने में दर्द और बेचैनी की शिकायत के बाद सरकारी अस्पताल ले जाया गया था। यहीं पर 15 दिसंबर को उनकी मौत हो गई थी। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने परभणी हिंसा की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं।  पढ़ें महाराष्ट्र के परभणी का एक परिवार कर रहा न्याय की गुहार