पंजाब और राजस्थान में कांग्रेस पार्टी में जारी विवाद को सुलझाने की कवायद जारी है। जहां पंजाब में समस्या को सुलझाने के लिए राहुल गांधी की तरफ से लगातार मंथन किया जा रहा है। वहीं राजस्थान में विवाद को निपटाने के लिए स्वयं सोनिया गांधी ने हस्तकक्षेप किया है। सचिन पायलट और प्रियंका गांधी के बीच बैठक होने की भी संभावना है।

पंजाब में पार्टी में गुटबाजी को दूर करने के लिए गठित कांग्रेस पैनल ने बीते दिनों सोनिया गांधी से मुलाकात करने के बाद आज रविवार को राहुल गांधी से भी मुलाकात की। हरीश रावत, मल्लिकार्जुन खड़गे और जेपी अग्रवाल आज सुबह राहुल गांधी से मिलने पहुंचे। अब उम्मीद की जा रही है कि अगले एक दो दिनों में पार्टी आलाकमान पंजाब को लेकर फैसला ले सकती है। इधर जितिन प्रसाद के पार्टी छोड़ने के बाद कांग्रेस पार्टी की तरफ से सचिन पायलट को साधने का प्रयास जारी है।

प्रियंका गांधी और सचिन पायलट के बीच राजस्थान की समस्या को लेकर बैठक हो सकती है। खबरों के अनुसार इस बैठक के लिए मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पुल की भूमिका निभा रहे हैं। वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ भी अलाकमान लगातार संपर्क में है।

गौरतलब है कि कांग्रेस विधायक वेद प्रकाश सोलंकी ने अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली राज्य सरकार पर कुछ विधायकों के फोन टैप करने का आरोप लगाया है। फोन टैपिंग की शिकायत करने वाले विधायकों में से किसी का नाम लिए बगैर कांग्रेस नेता सचिन पायलट के कट्टर समर्थक सोलंकी ने कहा कि विधायकों को एजेंसियों के फसने का डर है।

जयपुर की चाकसू विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक सोलंकी ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘मुझे नहीं पता कि मेरा फोन टैप किया गया है या नहीं। कुछ विधायकों ने मुझे बताया कि उनके फोन टैप किये जा रहे हैं। मुझे यह भी पता नहीं है कि राज्य सरकार फोन टैपिंग में शामिल है या नहीं। कई अधिकारियों ने उन्हें (विधायकों) सचेत किया है कि ऐसा लगता है कि उन्हें फंसाने की कोशिश की जा रही है।’’