Lok Sabha: राज्यसभा में शनिवार को भारत रत्न को लेकर जमकर हंगामा हुआ। जयंत चौधरी ने चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न दिए जाने की घोषणा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुक्रिया अदा किया तो वहीं कांग्रेस पर हमला भी साधा।
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने जयंत चौधरी को बोलने की अनुमति देने पर सवाल खड़ा किया। खड़गे ने कहा कि किस नियम के तहत जयंत चौधरी को बोलने दिया गया है। यह कोई एजेंडा नहीं है, आप कुछ को बोलने की अनुमति देते हैं और कुछ को नहीं बोलने की अनुमति देते हैं, कृपया नियम और व्यवस्था के बिंदु का पालन करें। खड़गे के इस बयान से हंगामा मच गया और बीजेपी उन हमलावर हो गई।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने खड़गे के भाषण पर सवाल उठाते हुए कहा, ‘खड़गे जी ने जिस भाषा का प्रयोग किया है वो ठीक नहीं है। चरण सिंह ने किसानों की आवाज जो उठाई। कांग्रेस क्या समझेगी नरसिम्हा का सम्मान?
पीयूष गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नरसिम्हा राव को सम्मान दिया। वो गांधी या नेहरू होते तो सम्मान मिलता। उनके साथ यह दुर्भाग्य रहा कि उनके सरनेम में गांधी नहीं था। गोयल ने कहा कि कांग्रेस ने राव को सही सम्मान उनके देहांत के बाद भी नहीं दिया। वो पार्टी नरसिम्हा राव दी का योगदान क्या समझेगी। उन्होंने उनके शव को पार्टी ऑफिस में घुसने तक नहीं दिया और कार्यालय में ताला लगाकर फुटपाथ पर छोड़ दिया था। मैं नहीं समझता कि ऐसी पार्टी कभी नरसिम्हा राव जी के सम्मान को पचा पाएगी।
गोयल ने कहा कि आज पूरा देश उनका गुणगान कर रहा है, लेकिन नेता प्रतिपक्ष को चौधरी चरण सिंह, डॉ. एमएस स्वामीनाथन और पीवी नरसिम्हा राव गारू का अपमान करने के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए।
