कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बुधवार को कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में केंद्र सरकार पर जोरदार हमला किया। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार किसानों के प्रति असंवेदनशील है। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गारंटी कानून की किसानों की मांग का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान जिन किसानों ने अपनी जान गंवाई, उनके परिवारों को मुआवजा दिया जाना चाहिए।
सोनिया गांधी ने केंद्र सरकार को महंगाई और विनिवेश की नीति को लेकर आड़े हाथों लिया। उन्होंने मोदी सरकार पर भारत की संपत्ति बेचने का आरोप लगाया। इस बैठक में सीपीपी की बैठक में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी और पार्टी के कई अन्य सांसद शामिल हुए।
नगालैंड को लेकर कहा: कांग्रेस अध्यक्ष ने नगालैंड में सुरक्षा बलों की गोलीबारी में 14 लोगों के मारे जाने की घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि इस घटना पर सरकार की तरफ से जो भी कदम उठाए गये हैं, वो पर्याप्त नहीं हैं। सरकार का इसपर अफसोस जताना ठीक नहीं है।
चीन सीमा विवाद पर भी घेरा: सोनिया गांधी ने चीन के साथ सीमा पर लंबे समय से चल रहे गतिरोध की पृष्ठभूमि में कहा कि इस सत्र में कांग्रेस सीमा पर स्थिति और पड़ोसी देशों के साथ रिश्तों पर पूर्ण चर्चा की मांग करेगी।
12 सांसदों के निलंबन पर बोली सोनिया गांधी: राज्यसभा में 12 सांसदों के निलंबन को अनुचित करार देते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि राज्यसभा के 12 सांसदों के निलंबन को गलत करार दिया गया है। यह निलंबन अभूतपूर्व है और अस्वीकार्य है। हम निलंबित सांसदों के साथ खड़े हैं।
वहीं प्रदर्शनकारी किसानों को लेकर उन्होंने कहा, “आइए बलिदान देने वाले 700 प्रदर्शनकारी किसानों का सम्मान करें।” कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि देश में लगातार बढ़ रही महंगाई करोड़ों परिवार के मासिक बजट को खराब कर रही है।