अगले कुछ महीनों बाद देश में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं। इस वजह से सभी दल अपने संगठन में नीचे से ऊपर तक महत्वपूर्ण बदलाव कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश से लोकसभा में सबसे ज्यादा 80 सांसद चुने जाते हैं। इसलिए हर दल यूपी पर खास तौर पर फोकस कर रहा है। कांग्रेस ने हाल ही में यूपी में अपने प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी को हटाकर उनकी जगह अजय राय को नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है।
दलित नेता बृजलाल कांग्रेस में आने से पहले बसपा में थे
बृजलाल दलित नेता हैं और दस महीने तक ही इस पद पर रहे। वह कांग्रेस में आने से पहले बसपा से सांसद थे। कांग्रेस लोकसभा चुनाव में बसपा के साथ मैदान में उतरना चाहती है। चर्चा है कि बसपा सुप्रीमो मायावती को एक ऐसे व्यक्ति का कांग्रेस में बने रहना पसंद नहीं होगा, जो उनकी पार्टी से अलग हो गया था।
कांग्रेस कहीं कोई चूक नहीं रखना चाहती है
इसी वजह से कांग्रेस ने बृजलाल खाबरी को हटाकर अजय राय को प्रदेश में पार्टी का मुखिया बनाया है। कांग्रेस इस बार लोकसभा चुनाव में किसी भी तरह की कमी नहीं रहने देना चाहती है। विपक्षी दलों का गठबंधन भी यूपी में खास तौर पर नजर गड़ाए हुए है।
यूपी कांग्रेस प्रमुख अजय राय कहते हैं, ”अमेठी के लोग कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को अपने परिवार की तरह मानते हैं, क्योंकि उन्होंने वादे पूरे किए…यह कांग्रेस कार्यकर्ताओं और वहां की जनता की मांग है…लोग चाहते हैं कि कांग्रेस सत्ता में आए… हम अपनी जीत पक्की करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे…।”
उधर, कांग्रेस नेता राशिद अल्वी का कहना है कि इस बार यूपी में कांग्रेस के पक्ष में लोगों का भारी समर्थन मिलेगा। उन्होंने कहा, “अगर राहुल गांधी अमेठी से चुनाव लड़ते हैं, तो स्मृति ईरानी अपनी जमानत भी खो देंगी, वह शायद अमेठी छोड़ दें, लेकिन मैं बीजेपी से अनुरोध करता हूं कि उन्हें भागने न दें… अगर प्रियंका गांधी वाराणसी से चुनाव लड़ेंगी, तो पीएम मोदी वापस गुजरात जाएंगे और वह वाराणसी से चुनाव नहीं लड़ेंगे।”