Haryana Candidates Second List: हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी है। इसमें कांग्रेस ने 9 उम्मीदवारों का ऐलान किया है। जारी लिस्ट के अनुसार गुरुग्राम से मोहित ग्रोवर को टिकट दिया है। वहीं, थानेसर से अशोक अरोड़ा को पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है। गन्नौर से कुलदीप शर्मा और बादशाहपुर से वर्धन यादव को चुनावी दंगल में उतारा है।
बृजेंद्र सिंह का मुकाबला जेजेपी के दुष्यंत चौटाला से होगा, वहीं तोशाम में एक दिलचस्प मुकाबला देखने को मिलेगा, जहां पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल के पोते कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी से चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस ने अनिरुद्ध चौधरी को मैदान में उतारा है, जबकि उनकी चचेरी बहन श्रुति चौधरी बीजेपी की उम्मीदवार हैं। साथ ही मेहम से बलराम डंगी और नांगल चौधरी से मंजू चौधरी को पार्टी ने अपना उम्मीदवार बनाया है।
कांग्रेस ने जारी की थी 32 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट
कांग्रेस पार्टी ने इससे पहले 32 उम्मीदवारों की अपनी पहली लिस्ट जारी की थी। इसमें हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा को गरही सांपला-किलोई सीट से मैदान में उतारा गया है। विनेश फोगाट को जुलाना से टिकट दिया गया है। कुलदीप वत्स बादली से लड़ेंगे जबकि हरियाणा कांग्रेस प्रमुख उदय भान को होडल से मैदान में उतारा गया है।
झज्जर से पार्टी ने गीता भुक्कल को मैदान में उतारा है जबकि इसराना से पार्टी ने बलबीर सिंह को उम्मीदवार बनाया है। पार्टी ने सोनीपत से मौजूदा विधायक सुरेंद्र पंवार को फिर से टिकट दिया है। जुलाई में ईडी ने अवैध खनन मामले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पंवार को गिरफ्ता किया था।
क्या होगा आप और कांग्रेस का गठबंधन
हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच में गठबंधन की बातचीत फाइनल दौर में हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार को दोनों पार्टियां गठबंधन का आधिकारिक तौर पर ऐलान कर सकती हैं। आज ही राज्य में कांग्रेस के प्रभारी दीपक बाबरिया और आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने मुलाकात की थी।
हरियाणा में कब होंगे चुनाव?
बता दें कि हरियाणा में विधानसभा चुनाव 5 अक्टूबर को होने हैं। मतों की गिनती 8 अक्टूबर को होगी। 31 अगस्त को चुनाव आयोग ने इस साल हरियाणा विधानसभा चुनावों के लिए मतदान की तारीख 1 अक्टूबर से बढ़ाकर 5 अक्टूबर कर दी। साथ ही जम्मू-कश्मीर और हरियाणा विधानसभाओं के वोटों की गिनती 4 अक्टूबर से बढ़ाकर 8 अक्टूबर कर दी।