Nirmala Sitaraman: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण शुक्रवार सुबह तेलंगाना के कामारेड्डी जिले पहुंची। इस दौरान यूथ कांग्रेस की तरफ से विरोध प्रदर्शन किया गया। वहीं प्रदर्शन के दौरान भाजपा और कांग्रेस के बीच हिंसक झड़प का भी मामला सामने आया है। बता दें कि इस झड़प में कई कांग्रेस और भाजपा के कार्यकर्ता घायल हो गए हैं।

आरोप के मुताबिक युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने सीतारमण के काफिले को रोकने की कोशश की। जिसके बाद उनकी पुलिस से झड़प भी हुई। बता दें कि कामारेड्डी जिले के बिरकुर में केंद्रीय मंत्री सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) की दुकानों का दौरा करने पहुंची थीं। इस दौरान उन्होंने नागरिक आपूर्ति विभाग और जिला कलेक्ट्रेट के अधिकारियों से सवाल किया कि दुकानों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर क्यों गायब है।

इसके अलावा उन्होंने कामारेड्डी के जिला कलेक्टर जितेश पाटिल से यह भी सवाल किया कि केंद्र द्वारा कितने पीडीएस चावल की आपूर्ति की जाती है और प्रधानमंत्री की फोटो क्यों गायब है? सवालों के संतोषजनक जवाब न मिलने पर सीतारमण ने अधिकारियों से विवरण का पता लगाने और उन्हें सूचित करने के लिए कहा।

सीतारमण भाजपा की संसद प्रवास योजना के तहत राज्य के जहीराबाद संसदीय क्षेत्र का दौरा कर रही हैं और कामारेड्डी के अलावा वह शुक्रवार को बांसवाड़ा और अन्य क्षेत्रों का दौरा पर होंगी। वहीं तेलंगाना में गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए सीतारमण ने कहा कि बीते आठ सालों में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत राज्य को 20,000 करोड़ रुपए दिए गए हैं।

इसके अलावा मनरेगा पर बोलते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि पिछले आठ सालों में पूरे देश में पांच लाख करोड़ रुपए खर्च किए गए जिसमें से 20 फीसदी से अधिक 2020-21 के दौरान कोविड-19 के प्रकोप के वक्त खर्च किए गए। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार आने के बाद मनरेगा योजना में कई विसंगतियों को दूर किया गया।

सीतारमण ने कहा कि पूर्व की संप्रग सरकार के कार्यकाल में इस योजना में कई खामियां थीं, जिसे दूर करके प्रत्यक्ष लाभ अंतरण के जरिए लागू किया जा रहा है।