टीवी डिबेट में करीब-करीब रोजाना राजनीतिक दलों के प्रवक्ताओं में जोरदार बहस होती रहती है। किसी न किसी मुद्दे पर उनमें टकराव की स्थिति बनती रहती है। हर बार होता यही है कि एक प्रवक्ता अपनी बात रखते हैं तो दूसरा उनको बोलने नहीं देते हैं। जब दूसरे प्रवक्ता बोलते हैं तो पहला शोर करने लगते हैं। इससे टीवी डिबेट में सही ढंग से बात किसी की पूरी नहीं हो पाती है। आजतक न्यूज चैनल पर महंगाई के मुद्दे पर डिबेट में भी ऐसा ही हुआ।
एंकर अंजना ओमकश्यप ने जब कांग्रेस प्रवक्ता अभय दुबे से अपनी बात रखने के लिए कहा तो उनकी बात के साथ ही भाजपा के गौरव भाटिया जोर-जोर से बोलने लगे। अभय दुबे महंगाई के मुद्दे पर भाजपा सरकार और पीएम मोदी की नीतियों पर तंज कस रहे थे। इस बीच गौरव भाटिया ने उनकी बात काटते हुए जोर-जोर से रायबरेली और सोनिया गांधी को लेकर टिप्पणी करने लगे। इस पर एंकर अंजना ओमकश्यप ने उनको रोकने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने। मजबूरन उन्होंने माइक बंद करने की चेतावनी दी।
अभय दुबे ने कहा कि आज हालत यह हो गई है कि पेट्रोल को पीएम मोदी की नीतियों की वजह से 70 से 100 रुपए प्रति लीटर तक पहुंच गया है। एलपीजी गैस के दाम इतने ज्यादा हो गए हैं कि महिलाएं चूल्हे पर आ गई हैं। उन्होंने कहा कि हार के डर से पीएम मोदी ने तीन कृषि कानून वापस लिए, अब यूपी में हारेंगे तो वे अपनी दूसरी नीतियों पर भी माफी मांगेंगे।
भाजपा के गौरव भाटिया ने कहा कि सोनिया गांधी वर्षों से अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली नहीं जा रही हैं। वे क्यों नहीं जाती हैं। कांग्रेस बेबुनियाद आरोप लगाकर सरकार की खिलाफत करती है।
एआईएमआईएम के वारिस पठान ने कहा, “बीजेपी को पता है कि यूपी में हार पूरी तरह से तय है। अब ये शुरू हो चुका है अब्बा जान, भाई जान। अब कोई मुद्दे तो इनके पास बचे नहीं है। इनसे महंगाई, हाथरस आदि का सवाल पूछा जाता है तो उस पर बोलते ही नहीं हैं। आज तो एसआईटी की रिपोर्ट भी आ गई कि लखीमपुर केस में पूरे प्लान के साथ साजिश की बात भी साफ हो गई है। टेनी का बेटा ने जानबूझकर किसानों को कुचला था। मोदी जी रात के अंधेरे में स्टेशन का दौरा करते हैं। यूपी में इतने ज्यादा लोग बेरोजगार हैं, उन्हें कोई जॉब नहीं मिल रहा है। इस पर उनके पास कोई जवाब नहीं है।”