UP Politics: आज से यूपी विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हो रहा है, जिसमें सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जारी सियासी संग्राम की झलक एक बार फिर देखने को मिल सकती है। वहीं आज लंबे अरसे बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ सत्र शुरू होने से पहले विधायक दल की बैठक में मंच पर अपने दोनों ही डिप्टी सीएम यानी केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक के साथ नजर आए हैं। यह मौका इसलिए खास है क्योंकि लंबे वक्त से यह अटकलें लगाई जा रही थीं कि दोनों ही डिप्टी, सीएम योगी से नाराज हैं और यूपी बीजेपी में एक बड़ी फूट हो गई है। लोकसभा चुनाव के बाद से जारी कयासों पर आज तीनों ने एक साथ आकर ब्रेक लगा दिया है।
बता दें कि लंबे वक्त से अटकलें थीं कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी को लगे झटके के बाद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य सीएम योगी के खिलाफ अंदरखाने मोर्चा खोले हुए थे और उन्होंने आलाकमान के सामने सीएम योगी को हटाने तक की मांग रखी थी। दूसरी ओर केशव प्रसा मौर्य से लेकर बृजेश पाठक तक, दोनों ही सीएम योगी की कैबिनेट बैठक में नहीं पहुंच रहे थे। यूपी की दस सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव को लेकर सीएम योगी द्वारा गठित 30 मंत्रियों की टीम में दोनों ही डिप्टी का नाम शामिल नहीं था।
अखिलेश यादव पर फिर बरसे केशव प्रसाद मौर्य
विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर समाजवादी पार्टी के मुखिया और लोकसभा सांसद अखिलेश यादव पर करारा हमला बोला और कहा कि अखिलेश की असलियत जनता के सामने आ चुकी है और पीडीए एक बहुत बड़ा धोखा है। हम माता प्रसाद पांडे का सम्मान करते हैं और उन्हें नेता विपक्ष बनने की बधाई देते हैं लेकिन अखिलेश का असली चेहरा सामने आ गया है।
‘धोखे से लिए लोकसभा चुनाव में वोट’
केशव प्रसाद मौर्य ने लोकसभा चुनाव परिणाम और बीजेपी को हुए नुकसान को लेकर कहा कि अभी जो फीडबैक आ रहे हैं, उसमें पता चलता है सपा-कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में जनता को गुमराह करके वोट लिए हैं, उस वर्ग से आने वाले लोग बहुत मायूस हैं, क्योंकि उन्होंने बहुत ज्यादा सपने संजोए थे।
शिवपाल का नाम लेकर अखिलेश पर वार
इतना ही नहीं, केशव प्रसाद मौर्य ने अखिलेश के चाचा और सपा के वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव पर भी निशाना साधा और कहा कि चाचा भी सपने संजोए हुए थे और पार्टी के वरिष्ठ नेता भी मन में बहुत सी इच्छाएं लेकर बैठे हुए थे लेकिन अखिलेश यादव ने उन सभी की पीठ पर छुरा घोंप दिया है।
अखिलेश ने माता प्रसाद पांडे को बनाया LOP
अहम बात यह है कि यूपी विधानसभा के इस मानसून सेशन में समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव नहीं हैं, क्योंकि कन्नौज से लोकचुनाव जीतने के बाद उन्होंने करहल विधानसभा सीट से इस्तीफा दे दिया है। अखिलेश ने सपा के दिग्गज नेता और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष रहे माता प्रसाद पांडे को विधानसभा में नेता विपक्ष बनाया है, वहीं चीफ व्हिप का पद कमाल अख्तर को दिया है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि माता प्रसाद पांडे क्या अखिलेश यादव की तरह ही सीएम योगी और उनकी सरकार पर हमलावर हो पाते हैं या नहीं।