भाजपा नेता और पूर्वोत्तर प्रजातांत्रिक गठबंधन के संयोजक हेमंत बिस्वा सरमा ने असम के 15वें मुख्यमंत्री के रूप में सोमवार को शपथ ली। राज्यपाल जगदीश मुखी ने उन्हें श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। मुख्यमंत्री बनने के बाद पहले संवाददाता सम्मलेन में सरमा ने कहा कि उनका लक्ष्य असम को पांच वर्षों में शीर्ष पांच भारतीय राज्यों में से एक बनाने का है। साथ ही उन्होंने उल्फा (आई) के प्रमुख परेश बरूआ से हिंसा छोड़ने की अपील की और कहा कि वे बातचीत के लिए मेज पर आएं।
मुख्यमंत्री बनने के बाद गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई भाजपा नेताओं ने हेमंत बिस्वा सरमा को बधाई दी। अमित शाह ने ट्वीट करते हुए कहा कि हेमंत बिस्व सरमा को असम का मुख्यमंत्री बनने और मंत्री के रूप में शपथ लेने वालों को बधाई। मुझे विश्वास है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और आपके नेतृत्व में असम शांति, विकास और समृद्धि का नया मानदंड तय करेगा। वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी ट्वीट करते हुए कहा कि असम के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर हेमंत बिस्व सरमा को बधाई। उनके सफल कार्यकाल के लिए मेरी शुभकामनाएं। मैं उम्मीद करता हूं कि उनके नेतृत्व में सरकार असम के विकास के लिए निरंतर काम करेगी और लोगों की आकांक्षाओं की पूर्ति करेगी।
मुख्यमंत्री बनने के साथ ही सरमा एक्शन में आ गए। मुख्यमंत्री बनने के बाद पहले संवाददाता सम्मलेन में मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा ने भविष्य की योजनाओं के बारे में बताया। सरमा ने कहा कि उनका लक्ष्य असम को भारत के शीर्ष पांच राज्यों में शामिल कराने का है। साथ ही उन्होंने राज्य में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उल्फा (आई) के प्रमुख परेश बरूआ से हिंसा छोड़ने और बातचीत के लिए मेज पर आने की अपील की। इसके अलावा सरमा ने एनआरसी की भी चर्चा की। हेमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि वे सीमांत जिलों में एनआरसी में शामिल 20 फीसदी नामों और अन्य इलाकों में 10 प्रतिशत नामों का पुन: सत्यापन चाहते हैं।
कोविड-19 के सख्त प्रोटोकॉल के बीच हेमंत बिस्वा सरमा के साथ 13 और विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली। शपथ लेने वाले विधायकों में से, 10 भाजपा के हैं जिनमें पार्टी के प्रदेश प्रमुख रंजीत कुमार दास, पिछली सरकार के मंत्री चंद्र मोहन पटोवारी, परिमल सुक्लाबैद्य, जोगेश मोहन और संजय किशन शामिल हैं। मंत्रिमंडल में शामिल किए गए नए चेहरों में रनोज पेगू, बिमल बोहरा और एकमात्र महिला अंजता नेओग शामिल हैं।
गठबंधन साझेदार एजीपी से अतुल बोरा और केशब महंत और यूपीपीएल से पूर्व राज्यसभा सदस्य यूजी ब्रह्मा ने शपथ ली। बोरा और महंत भूतपूर्व सरकार में मंत्री थे।
शपथ ग्रहण समारोह में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, पिछली सरकार में मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल, केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह और रमेश तेली, नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो और असम कांग्रेस के प्रमुख रिपूण बोरा समेत अन्य शामिल थे।(भाषा इनपुट्स के साथ)