BS Yediyurappa: कर्नाटक के पूर्व सीएम और भारतीय जनता पार्टी के नेता बीएस येदियुरप्पा पर नाबालिग लड़की के यौन उत्पीड़न के आरोप लगे हैं। सीआईडी के द्वारा दायर चार्जशीट के मुताबिक, भाजपा नेता ने नाबालिग से छेड़छाड की और फिर लड़की और उसकी मां को पैसे दिए। बीएस येदियुरप्पा पर पॉक्सो मामले में आरोप लगाया गया है।
इस साल 2 फरवरी को दोपहर करीब सवा 11 बजे 17 साल की पीड़िता अपनी मां के साथ डॉलर्स कॉलोनी में येदियुरप्पा के आवास पर पहुंची थी। वह पिछले कुछ मामले और दूसरे मुद्दों में न्याय दिलाने की गुहार लगाने यहां पर आई थी। नाबालिग लड़की पहले भी यौन उत्पीड़न का शिकार हो चुकी है। चार्जशीट के मुताबिक, येदियुरप्पा ने नाबालिग लड़की की मां से बात करते हुए उसका हाथ पकड़े रखा था। इसके बाद उसने नाबालिग को हॉल के बगल में एक मीटिंग रूम में बुलाया, दरवाजा बंद कर दिया और पूछा कि क्या उसे उस शख्स का चेहरा याद है जिसने पहले उसका यौन शोषण किया था। इसका जवाब देते हुए लड़की ने उत्तर दिया कि याद है।
नाबालिग लड़की के हाथ में थमाए पैसे
सीआईडी ने चार्जशीट में कहा कि इसके बाद येदियुरप्पा ने उससे पूछा कि जब उसका कथित तौर पर यौन उत्पीड़न किया गया था तब उसकी उम्र क्या थी, जिसके जवाब में उसने बताया कि उम्र साढ़े छह साल थी और इस समय येदियुरप्पा ने कथित तौर पर उसका यौन उत्पीड़न करने की कोशिश की। डरी और सहमी लड़की ने येदियुरप्पा का हाथ झटक दिया और उनसे गेट खोलने के लिए कहा। इसके बाद येदियुरप्पा ने दरवाजा खोला और अपनी जेब से कुछ पैसे नाबालिग लड़की के हाथ में थमाकर बाहर निकल गए। इसके बाद उन्होंने लड़की की मां से कहा कि वे इस मामले में उनकी मदद नहीं कर सकते और अपनी जेब से कुछ पैसे भी दिए और उन्हें वहां से भेज दिया।
फेसबुक अकाउंट से डिलीट करवाया वीडियो
सीआईडी के चार्जशीट में आरोप लगाया गया है कि इस साल 20 फरवरी को जब नाबालिग लड़की की मां ने अपने फेसबुक अकाउंट पर एक वीडियो अपलोड किया तो घटना सामने आई। इसके बाद दूसरे आरोपी अरुण, रुद्रेश और मारिस्वामी येदियुरप्पा के कहने पर मां-बेटी को भाजपा के कद्दावर नेता के घर ले आए।
वहां अरुण ने लड़की की मां को अपने फेसबुक अकाउंट और आईफोन की गैलरी से वीडियो डिलीट करने के लिए राजी कर लिया। वहीं रुद्रेश ने पीड़िता को चुप कराने के लिए दो लाख रुपये कैश में दिए। इस बीच बीएस येदियुरप्पा ने कर्नाटक हाईकोर्ट में एक याचिका दायर कर नाबालिग के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों को खारिज करने की मांग की है।
