चीन से भारत आए एक 29 साल के युवक को श्रीनगर पुलिस ने सोमवार को हिरासत में लिया। जांच में पता चला है कि वह बिना किसी ऑफिशियल परमिशन के लद्दाख और कश्मीर के सेंसिटिव इलाकों में घूम रहा था। इस घटना के सामने आते ही पूरे देश में हलचल मच गई। भारतीय सिक्योरिटी एजेंसियां इस मामले में अलर्ट हो गई हैं और श्रीनगर में टूरिस्ट पर कड़ी नजर रखी जा रही है। इस बीच बिना परमिशन के लद्दाख-कश्मीर में घूमने वाला चीनी युवक कौन है? इसे लेकर सोशल मीडिया पर चर्चा शुरू हो गई है।
वीज़ा नियमों का उल्लंघन
लद्दाख-कश्मीर जैसे सेंसिटिव इलाकों में चीनी युवक का घूमना एक गंभीर सिक्योरिटी मुद्दा बन गया है। हिरासत में लिए गए युवक का नाम हू कोंगताई है – वह चीन के ग्वांगडोंग प्रांत का रहने वाला है। यह पता लगाने के लिए पूरी जांच की जा रही है कि कोंगताई इस इलाके में कहां-कहां घूमा, उसने किससे कॉन्टैक्ट किया और उसके आने का मकसद क्या था। अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार चीनी युवक की मौजूदगी सबसे पहले सेना ने देखी थी। उन्होंने इलाके में कुछ अजीब इंटरनेट एक्टिविटी देखी थी।
हू कोंगताई कौन है?
इंडियन आर्मी ने चीनी युवक की संदिग्ध हरकत देखकर उसे तुरंत हिरासत में ले लिया और पुलिस को सौंप दिया। इस घटना के बाद लोकल पुलिस ने इस बात की जांच शुरू कर दी है कि लोकल होटल और प्राइवेट गेस्टहाउस विदेशी टूरिस्ट को कैसे रिकॉर्ड करते हैं। इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक हू कोंगताई असल में चीन के ग्वांगडोंग प्रांत का रहने वाला है। वह 19 नवंबर को ऑफिशियल वीज़ा लेकर घूमने के लिए भारत आया था। कोंगताई को भारत में कुछ बौद्ध धार्मिक जगहों पर जाने की इजाज़त थी। लेकिन उसने इजाजत का उल्लंघन किया और सीधे लद्दाख और जम्मू-कश्मीर चला गया।
बिना इजाज़त के सेंसिटिव इलाकों में एंट्री
हू कोंगताई के पास US की बोस्टन यूनिवर्सिटी से फिजिक्स में डिग्री है। पता चला है कि वह पिछले 9 साल से US में रह रहा है। उसके पासपोर्ट में US, न्यूज़ीलैंड, ब्राज़ील, फिजी और हांगकांग समेत कई देशों की यात्रा के रिकॉर्ड हैं। श्रीनगर पुलिस ने जब उससे पूछताछ की, तो कोंगताई ने कहा कि उसे घूमना बहुत पसंद है। अधिकारियों की दी गई जानकारी के मुताबिक, कोंगताई ने उस पर लगाए गए वीज़ा नियमों का साफ तौर पर उल्लंघन किया है। उसे सिर्फ़ वाराणसी, आगरा, नई दिल्ली, जयपुर, सारनाथ, गया और कुशीनगर जैसी कुछ बौद्ध जगहों पर जाने की इजाजत थी। फिर भी वह लेह, ज़ांस्कर और कश्मीर घाटी जैसे सेंसिटिव इलाकों में आराम से घूमता रहा।
कोंगताई पुलिस से कैसे बच निकला?
कोंगताई 20 नवंबर को लेह के लिए फ़्लाइट से गया था। उस समय, वह एयरपोर्ट पर लोकल यात्रियों के साथ घुलमिलकर पुलिस से बच निकला। 1 दिसंबर को वह श्रीनगर पहुंचा और एक बिना रजिस्ट्रेशन वाले गेस्टहाउस में रुका। इस दौरान कहा जाता है कि उन्होंने कश्मीर में कई संवेदनशील जगहों का दौरा किया, जिनमें हरवान बौद्ध मठ, शंकराचार्य हिल, हजरतबल, डल झील क्षेत्र में मुगल गार्डन और अवंतीपुर शामिल हैं।
कोंगताई के मोबाइल फ़ोन में क्या मिला?
जब अधिकारियों ने कोंगताई के मोबाइल फ़ोन की जांच की, तो उन्हें कश्मीर में CRPF की तैनाती, आर्टिकल 370 और सुरक्षा से जुड़े दूसरे मामलों पर सर्च मिली। उसने एक लोकल दुकान से इंडियन सिम कार्ड भी खरीदा था। लद्दाख जाने के बाद, कोंगताई ज़ांस्कर इलाके समेत कई जगहों पर गया। ये जगहें बहुत सेंसिटिव मानी जाती हैं। कोंगताई को अभी श्रीनगर पुलिस ने अच्छी तरह पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या वह जानबूझकर सेंसिटिव इलाकों में गया था। हू कोंगताई की गिरफ्तारी के बाद श्रीनगर में एक बड़ा और बड़ा सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया है।
कोंगताई के घूमने के मकसद की चल रही जांच
जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि कई जगहों ने जरूरी Form-C डिटेल्स जमा किए बिना विदेशी मेहमानों को पनाह दी थी। इसके बाद पांच जगहों के मालिकों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। अधिकारियों ने कहा कि हाल ही में नियमों का उल्लंघन करने वालों में रूस, इजराइल, रोमानिया और स्पेन के टूरिस्ट शामिल हैं। इस बात पर चिंता जताई जा रही है कि दो हफ़्ते तक लद्दाख और कश्मीर में घूमने के बाद भी कोंगताई पर किसी का ध्यान कैसे नहीं गया। इस बीच यह देखना जरूरी होगा कि जांच से असल में क्या सामने आता है।
