भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी हाल के दिनों केंद्र सरकार पर लगातार हमलावर रहे हैं। चीन के मुद्दे पर मोदी सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए एक शो के दौरान उन्होंने पूर्व मेजर जनरल जीडी बख्शी से सवाल किया कि चीन लगातार भारत को लेकर आक्रामक रहा है। फिर भी प्रधानमंत्री ने 18 बार जिनपिंग से मुलाकात की है।

सुब्रमण्यम स्वामी और मेजर जनरल जीडी बख्शी बाइडेन-पुतिन शिखर सम्मेलन पर चर्चा कर रहे थे। इस दौरान बख्शी ने दुनिया में कोरोना संकट के बाद विश्व समुदाय में चीन को लेकर क्या विचार है। और वर्तमान में भारत की नीति क्या होनी चाहिए इसे लेकर विस्तार से अपनी बात रखी। जिसके बाद सुब्रमण्यम स्वामी ने उनसे सवाल किया कि जिनपिंग के साथ मोदी ने 18 बार मुलाकात की है। उन्होंने तमिलनाडु में भी मुलाकात की थी। चीन लगातार अक्रामक रहा है लेकिन भारत इतने अच्छे से क्यों पेश आ रहा है?

जवाब देते हुए बख्शी ने कहा कि नेहरु के जमाने से ही भारत की विदेश नीति का आधार दुनिया में शांती रहा है। यही कारण है कि भारत की विदेश नीति हमेशा शांती को बहाल करने के लिए काम करती रही है।

बताते चलें कि इससे पहले रविवार को स्वामी ने ट्वीट कर कहा था कि यह चौकाने वाला है कि मोदी सरकार ने चीन समर्थक बर्मी सेना द्वारा म्यांमार में लोकतंत्र की हत्या की निंदा और आंग सान सूकी की गिरफ्तारी पर संयुक्त राष्ट्र के वोट में भाग नहीं लिया। हमने इजरायल पर और अब म्यांमार के मुद्दे पर अपने आप को अलग रखा है। क्या हमने अपनी विवेक शक्ति खो दी है?

गौरतलब है कि भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी लगातार केंद्र सरकार को आंतरिक सुरक्षा और विदेशी मुद्दों को लेकर घेरते रहे हैं। इसी सिलसिले में उन्होंने हाल ही में मोदी सरकार को चीन की चालबाजी को लेकर सतर्क रहने की नसीहत दी थी। इतना ही नहीं पाकिस्तान और एलओसी जैसे संवेदनशील मुद्दों पर भी स्वामी काफी मुखर रहे हैं।